rekha mohan Language: Hindi 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid rekha mohan 2 Dec 2023 · 1 min read छन्द- सम वर्णिक छन्द " कीर्ति " ( प्रस्तुति -3 ) 112 112 112 2 सब देख रहा अपना है । पर झूठ भरा सपना है । अपना- अपना कह रोते । निज स्वार्थ भरे सब होते... Hindi 140 Share rekha mohan 26 Oct 2023 · 1 min read मीठा गान प्रभु का मीठा गान हो, बोलो सीता राम धूप बाति से हो ध्यान,सिमरन हो हर शाम सिमरन हो हर शाम, प्रभु सुधारे सभी काम गाओ महिमा शान, लगता मीठा गान... Hindi · कविता 150 Share rekha mohan 26 Oct 2023 · 4 min read कहानी - आत्मसम्मान) कहानी लिखना चाहते हैं उनके लिये विषय - आत्मसम्मान) साहिब योगेश ने तभी ज़ोर से आवाज़ लगाई, “नरेश ज़रा एक गिलास पानी तो पिलाओ।” नरेश ख्यालों में खोया परेशान हड़बड़ा... Hindi · कहानी 206 Share rekha mohan 28 Aug 2023 · 1 min read गज़ल गज़ल बह्र 1222 1222 1222 1222 मुहब्बत की नहीं जाती सियाने सब बताते है हमेशा रास्ते खुद निकट हो फिर से मिलाते है. नहीं सोचा कभी जिसको यही हमसफर नाते... Hindi · कविता 2 106 Share rekha mohan 20 Jun 2023 · 2 min read लघुकथा -जीवन युक्ति लघुकथा -जीवन युक्ति सरू बारह बर्ष की बच्ची देखती, “मम्मी हर समय उदास सी रहती और नौकरी से आने बाद भी अपने में खोई रहती है |” बेटी सरू ने... Hindi · कहानी 1 229 Share rekha mohan 21 Apr 2023 · 1 min read शेयर ज़माने में बढ़ी आगे सुता खुश हो चहकती है । पिता की शान बढ़ती सी , बनी दौलत महकती है । पदों की शान होती है, किसी भी महकमें में... Hindi · All Friends · कविता 243 Share rekha mohan 21 Apr 2023 · 1 min read विषय -घर विषय -घर घर तो प्यार और खुशियों का खजाना है हर रिश्ता अपनेपन से सबको निभाना है | यादों के गुजरे सभी खट्टे मीठे पलों में जीवन के गुलदान में... Hindi · All Friends 184 Share rekha mohan 25 Feb 2023 · 1 min read विधा – कविता हर परिस्थितियां में संयम आत्मविश्वास से जीना, ये मत कहना गात का पट सा पहना मांगे झीना| जीवन आशाओं-निराशाओ की चलती सी राह रहना, उसमे खुद को खोकर अपना भी... Hindi · कविता 103 Share rekha mohan 25 Feb 2023 · 1 min read भक्ति -गजल परमात्मा है सबकी आत्मा के ही अंदर , जो तू समझे यही बिश्व का सुन्दर दर | इंसान से भी ज्यादा विश्वाश में शक्ति , भगवान बना देगी तुझको ही... Hindi · Anju Ji. · Archna Ji · Ravi Ji · ग़ज़ल 323 Share rekha mohan 3 Feb 2023 · 1 min read विधा - दोहे विधा - दोहे १ भारत के गणतंत्र का, सारे जग पहिचान । भरोसा भरी खिल रही, उसकी अद्भुत शान॥ भारत का हर नागरिक, संविधान का मीत। इसीलिए सब मन रही... Hindi · दोहा 162 Share rekha mohan 1 Feb 2023 · 1 min read मीठी जलेबी सामने तलती देखी मीठी जलेबी साथ में मेरी छोटी बेबी भी फरेबी. हमने पूछा”तुम ये क्या खओंगे लूँ, टेढ़ी मेढ़ी घुमती मीठा भरी जलेबी मुँह घुमती बेबी बोली क्या है... Hindi · कविता 182 Share rekha mohan 31 Jan 2023 · 1 min read बन गई पाठशाला ज़िंदगी हमारी बन गई पाठशाला सद्भावो की मानती बहती बयार | सादगी सारी हो जाती पेय पाला नवल कदम में आते होता सुधार| माँ की गोद ने जो सबक सिखाया... Hindi · कविता 2 216 Share rekha mohan 29 Jan 2023 · 1 min read विद्या:कविता विद्या:कविता :काश जिंदगी किताब होती नियम में हो हिसाब होती| कर पक्ष बिपक्ष पर दलीलें सदा इतफ़ाक़ नायाब होती | छोटे को भी बड़ा ना जानो लय संगीत सी ज़नाब... Hindi · कविता · लघु कथा 1 265 Share rekha mohan 1 Jan 2023 · 1 min read ग़ज़ल --बनी शख़्सियत को कोई नाम-सा दो। ग़ज़ल बह्र: 122 122 122 122 फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन काफ़िया : आ रदीफ़ : दो यहीं मन भरा ख्याल आते टिका सा बनी शख़्सियत को कोई नाम-सा दो। भूखा... Hindi · ग़ज़ल 1 544 Share rekha mohan 29 Dec 2022 · 1 min read तरही ग़ज़लः तरही ग़ज़लः 221 1221 1221 122 शबनम में निराशा सा ठहर देख रहा हूँ गमगीन को बदलने की नज़र देख रहा हूँ | उदासियाँ दिल की कभी निकले भी सोचो... Hindi · Archna Ji · Sabhi · ग़ज़ल 1 114 Share rekha mohan 19 Oct 2022 · 2 min read लघुकथा "दो राहें एक राही" लघुकथा "दो राहें एक राही" सुनील पी. डब्लयू० डी में इंजीनियर लगा हुआ था| उसकी ड्यूटी मेन आफिस में होती थी| अचानक उसकी डियूटी बाहर के कामकाज देखने और पुल... Hindi · Neelam Msnjit · लघु कथा 162 Share rekha mohan 6 Oct 2021 · 1 min read माँ कुछ पक्तियाँ माँ के चरणों में - चरण शीश माँ के झुकाने चली हूँ धरो हाथ सर पर मनाने चली हूँ . तुम्हे शारदे माँ मनाने चली हूँ अभी एक... Hindi · कविता 1 523 Share rekha mohan 5 Mar 2020 · 1 min read गीत -होली आओ मिलके बनाये सब संगी टोली रंगों की फुहार है होली जीवन भर खुशियों के रंग घने हो गीतों की झंकार है होली. पीड़ा अन्तर्मन की छोड़ो, द्बेष नफरत मिटाये... Hindi · कविता 1 289 Share rekha mohan 5 Mar 2020 · 2 min read “मौज-मस्ती ले उड़ा गुलाल” होली के उपलक्ष्य लघुकथा –“मौज-मस्ती ले उड़ा गुलाल” चारों तरफ सड़कों पर लड़कों की कई टोलियां ढोलक बजा गा रही ..” मौज-मस्ती ले उड़ा गुलाल”. उदास मीना आगे कुछ सुनने... Hindi · लघु कथा 475 Share rekha mohan 21 Apr 2017 · 1 min read गज़ल गज़ल -1222---1222---1222---1222 करे हम याद ईश्वर को वही किस्मत सुधारा है ख़फ़ा होना नहीं हम से मिरा तू ही सहारा है| तलातुम है घिरी कश्ती भरोसे आज ढूढे ये मिरी... Hindi · कविता 1 636 Share rekha mohan 14 Apr 2017 · 1 min read लघु कहानी -नतीजा लघु कहानी -नतीजा एक आठ साल की बच्ची पलक के पापा ने ज़लती प्रेस लगा कपड़े को इस्तरी करने लगे ,तभी मोबाईल की घंटी वज़ी | नंबर देखा बात करने... Hindi · लघु कथा 1 454 Share rekha mohan 26 Mar 2017 · 1 min read गज़ल गज़ल का –आर रदीफ –का 2122 2122 212 दाग लग जाएँ जो अगर इकरार को ध्यान रक्खो दामने किरदार का | तोहफा पाये कही तकरार का होश आये ले सदा... Hindi · कविता 592 Share rekha mohan 6 Mar 2017 · 1 min read जीजा-साली [कहानी ] जीजा-साली ( नीना अपनी पति की आशिक मजाजी से बहुत परेशान थी. परिवार को मिलने आई साली पर नजर थी जो ल .ल.एम् में दाखिला लेने आई थी ,उनके यहाँ... Hindi · लघु कथा 2 3 20k Share rekha mohan 28 Feb 2017 · 1 min read गीतिका गीतिका 2122 2122 2122 212 ऋतु वसंत आई लगी कुदरत खिजाना आ गया फूल सब खिल –मिल लगे मानो जताना आ गया| ड़ाल आमों हरित रंगतो में पकाना आ गया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 368 Share rekha mohan 25 Feb 2017 · 1 min read प्रभु भक्ति प्रभु भक्ति प्रभु भक्ति में मन कब रमता है जीवन तो ये सोचो में चलता है| धन कमाने के भी ढंग करता हैं , कुछ समय प्रभु का भी बनता... Hindi · कविता 892 Share rekha mohan 22 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ पीहर से प्यार मांगती[कविता ] बेटियाँ पीहर से प्यार मांगती, अपनापन भरा इकरार नापती। बेटी समपर्ण से धन घटता नही , बड़प्पन सजी सौगात ताकती है| बेटियाँ पीहर आती ज़ड़े सींचती हैं, सुन सभी भाई-... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 1k Share