rekha mohan Tag: कविता 13 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid rekha mohan 26 Oct 2023 · 1 min read मीठा गान प्रभु का मीठा गान हो, बोलो सीता राम धूप बाति से हो ध्यान,सिमरन हो हर शाम सिमरन हो हर शाम, प्रभु सुधारे सभी काम गाओ महिमा शान, लगता मीठा गान... Hindi · कविता 221 Share rekha mohan 28 Aug 2023 · 1 min read गज़ल गज़ल बह्र 1222 1222 1222 1222 मुहब्बत की नहीं जाती सियाने सब बताते है हमेशा रास्ते खुद निकट हो फिर से मिलाते है. नहीं सोचा कभी जिसको यही हमसफर नाते... Hindi · कविता 2 131 Share rekha mohan 21 Apr 2023 · 1 min read शेयर ज़माने में बढ़ी आगे सुता खुश हो चहकती है । पिता की शान बढ़ती सी , बनी दौलत महकती है । पदों की शान होती है, किसी भी महकमें में... Hindi · All Friends · कविता 291 Share rekha mohan 25 Feb 2023 · 1 min read विधा – कविता हर परिस्थितियां में संयम आत्मविश्वास से जीना, ये मत कहना गात का पट सा पहना मांगे झीना| जीवन आशाओं-निराशाओ की चलती सी राह रहना, उसमे खुद को खोकर अपना भी... Hindi · कविता 134 Share rekha mohan 1 Feb 2023 · 1 min read मीठी जलेबी सामने तलती देखी मीठी जलेबी साथ में मेरी छोटी बेबी भी फरेबी. हमने पूछा”तुम ये क्या खओंगे लूँ, टेढ़ी मेढ़ी घुमती मीठा भरी जलेबी मुँह घुमती बेबी बोली क्या है... Hindi · कविता 252 Share rekha mohan 31 Jan 2023 · 1 min read बन गई पाठशाला ज़िंदगी हमारी बन गई पाठशाला सद्भावो की मानती बहती बयार | सादगी सारी हो जाती पेय पाला नवल कदम में आते होता सुधार| माँ की गोद ने जो सबक सिखाया... Hindi · कविता 2 272 Share rekha mohan 29 Jan 2023 · 1 min read विद्या:कविता विद्या:कविता :काश जिंदगी किताब होती नियम में हो हिसाब होती| कर पक्ष बिपक्ष पर दलीलें सदा इतफ़ाक़ नायाब होती | छोटे को भी बड़ा ना जानो लय संगीत सी ज़नाब... Hindi · कविता · लघु कथा 1 349 Share rekha mohan 6 Oct 2021 · 1 min read माँ कुछ पक्तियाँ माँ के चरणों में - चरण शीश माँ के झुकाने चली हूँ धरो हाथ सर पर मनाने चली हूँ . तुम्हे शारदे माँ मनाने चली हूँ अभी एक... Hindi · कविता 1 567 Share rekha mohan 5 Mar 2020 · 1 min read गीत -होली आओ मिलके बनाये सब संगी टोली रंगों की फुहार है होली जीवन भर खुशियों के रंग घने हो गीतों की झंकार है होली. पीड़ा अन्तर्मन की छोड़ो, द्बेष नफरत मिटाये... Hindi · कविता 1 321 Share rekha mohan 21 Apr 2017 · 1 min read गज़ल गज़ल -1222---1222---1222---1222 करे हम याद ईश्वर को वही किस्मत सुधारा है ख़फ़ा होना नहीं हम से मिरा तू ही सहारा है| तलातुम है घिरी कश्ती भरोसे आज ढूढे ये मिरी... Hindi · कविता 1 715 Share rekha mohan 26 Mar 2017 · 1 min read गज़ल गज़ल का –आर रदीफ –का 2122 2122 212 दाग लग जाएँ जो अगर इकरार को ध्यान रक्खो दामने किरदार का | तोहफा पाये कही तकरार का होश आये ले सदा... Hindi · कविता 695 Share rekha mohan 25 Feb 2017 · 1 min read प्रभु भक्ति प्रभु भक्ति प्रभु भक्ति में मन कब रमता है जीवन तो ये सोचो में चलता है| धन कमाने के भी ढंग करता हैं , कुछ समय प्रभु का भी बनता... Hindi · कविता 967 Share rekha mohan 22 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ पीहर से प्यार मांगती[कविता ] बेटियाँ पीहर से प्यार मांगती, अपनापन भरा इकरार नापती। बेटी समपर्ण से धन घटता नही , बड़प्पन सजी सौगात ताकती है| बेटियाँ पीहर आती ज़ड़े सींचती हैं, सुन सभी भाई-... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 1k Share