Ravikesh Jha 156 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ravikesh Jha 5 Jan 2025 · 1 min read अगर आप वास्तविक और आंतरिक ज्ञान के ओर बढ़ रहे हैं तो आपको जा अगर आप वास्तविक और आंतरिक ज्ञान के ओर बढ़ रहे हैं तो आपको जागरूकता को महत्व देना होगा, यही आपको पूर्ण आनंद और शांति प्रदान करेगा। ~ रविकेश झा Quote Writer 7 Share Ravikesh Jha 4 Jan 2025 · 1 min read यदि जीवन में कठिनाई से बाहर निकलना है तो, होश के साथ संबंध ब यदि जीवन में कठिनाई से बाहर निकलना है तो, होश के साथ संबंध बनाना ही होगा तभी हम जटिलता से परे उठ सकेंगे। ~ रविकेश झा Quote Writer 9 Share Ravikesh Jha 3 Jan 2025 · 1 min read जीवन का मूल स्रोत वर्तमान में है और हम अतीत और भविष्य में खो जीवन का मूल स्रोत वर्तमान में है और हम अतीत और भविष्य में खोए हुए हैं। हमें और गहराई में जाने की जरूरत है। ~ रविकेश झा Quote Writer 11 Share Ravikesh Jha 2 Jan 2025 · 1 min read हम कैसे जीवन जीते हैं यदि हम ये जानने में उत्सुक होंगे तभी ह हम कैसे जीवन जीते हैं यदि हम ये जानने में उत्सुक होंगे तभी हम शून्यता के शिखर तक पहुंच सकते हैं। ~ रविकेश झा Quote Writer 19 Share Ravikesh Jha 1 Jan 2025 · 1 min read जीवन वास्तव में नवीनतम तब होगा जब हम अंदर से जीने लगेंगे, जब जीवन वास्तव में नवीनतम तब होगा जब हम अंदर से जीने लगेंगे, जब हम प्रेम को बढ़ावा देंगे ऊर्जा को महत्व देंगे, हमें अंदर से पूर्ण होने की आवश्कता है।... Quote Writer 25 Share Ravikesh Jha 31 Dec 2024 · 12 min read जटिलता से सरलता की ओर। ~ रविकेश झा बाहर तो लड़ाई करते ही हैं लेकिन हम अंदर भी लड़ते हैं हमें कैसे भी सही होना है, जैसे क्रोध उठता है वासना हम लड़ते हैं नहीं करना है त्याग... Hindi · कुण्डलिया · जटिल · जटिलता से सरलता की ओर · ध्यान और जागरूकता · सरल जीवन 66 Share Ravikesh Jha 31 Dec 2024 · 1 min read सही मायने में मनुष्य होने का सही अर्थ आपको तब पता चलेगा जब आ सही मायने में मनुष्य होने का सही अर्थ आपको तब पता चलेगा जब आप जागरूकता के साथ कोई कार्य करेंगे, आप पूर्णता के तरफ़ बढ़ने लगेंगे। ~ रविकेश झा Quote Writer 26 Share Ravikesh Jha 30 Dec 2024 · 1 min read जैसे जैसे हम स्थिरता की ओर बढ़ने लगते हैं हम वैसे ही शांत हो जैसे जैसे हम स्थिरता की ओर बढ़ने लगते हैं हम वैसे ही शांत होते जाते हैं, यदि बस नियंत्रण के उद्देश्य से आगे बढ़ते हैं फिर हम परे नहीं जा... Quote Writer 19 Share Ravikesh Jha 29 Dec 2024 · 1 min read हम ध्यान के अस्तित्व में तब आते हैं जब हम कोई कार्य होश पूर् हम ध्यान के अस्तित्व में तब आते हैं जब हम कोई कार्य होश पूर्वक जागरूकता के साथ करते हैं फिर हम पूर्ण ध्यानी होने लगते हैं। ~ रविकेश झा Quote Writer 20 Share Ravikesh Jha 28 Dec 2024 · 11 min read आनंद की खोज। ~ रविकेश झा आनंद की खोज। शरीर भावना और विचार दोनों से ऊपर उठना होगा तभी हम पूर्ण ज्ञान को उपलब्ध होंगे कल्पना से परे जाना होगा। अभी हम किसी को गुरु मानते... Hindi · आनंद की खोज · उपदेश · कुण्डलिया · ध्यान और जागरूकता · प्रेम करुणा 81 Share Ravikesh Jha 28 Dec 2024 · 1 min read वर्तमान का अर्थ है सुख दुःख से परे जाना के बारे में है, न की वर्तमान का अर्थ है सुख दुःख से परे जाना के बारे में है, न की कोई विशेष उपलब्धि हासिल करना है। ~ रविकेश झा Quote Writer 26 Share Ravikesh Jha 27 Dec 2024 · 1 min read मूर्छा में जीते जीते जीवन को नर्क बना लिया। मूर्छा में जीते जीते जीवन को नर्क बना लिया। ये जो तूने चार पुस्तक पढ़ लिया, स्वयं को बड़ा महान समझ लिया। असल जीवन का सत्य कुछ और है, तूने... Quote Writer 21 Share Ravikesh Jha 27 Dec 2024 · 1 min read हमें भौतिक सुख से परे सोचना चाहिए जो हम प्रतिदिन कर रहे उसे हमें भौतिक सुख से परे सोचना चाहिए जो हम प्रतिदिन कर रहे उसे निरीक्षण करना चाहिए, ताकी हम आंतरिक शून्यता के तरफ़ बढ़ सकें। ~ रविकेश झा Quote Writer 26 Share Ravikesh Jha 26 Dec 2024 · 1 min read अपने नसीब पर रोने के बजाय हमें अपने कर्म पर श्रद्धा और ध्यान अपने नसीब पर रोने के बजाय हमें अपने कर्म पर श्रद्धा और ध्यान देना चाहिए तभी हम सार्थक जीवन जी सकते हैं, और हम सफलता भी हासिल कर सकते हैं।... Quote Writer 19 Share Ravikesh Jha 25 Dec 2024 · 1 min read आपके अलावा यहां आपका कोई नहीं है बस आप भ्रम में जी रहे हैं, आपके अलावा यहां आपका कोई नहीं है बस आप भ्रम में जी रहे हैं, की सब अपना मित्र हैं। आप करुणा करेंगे या कामना, दोनों के परे जाना होगा आपको... Quote Writer 17 Share Ravikesh Jha 24 Dec 2024 · 1 min read हम जीवन के विपरीत चलते हैं इसीलिए हमें बस दुःख और निराशा का हम जीवन के विपरीत चलते हैं इसीलिए हमें बस दुःख और निराशा का सामना करना पड़ता है, हमें बस मन को एकाग्र करने की पूर्ण आवश्कता है। ~ रविकेश झा Quote Writer 26 Share Ravikesh Jha 23 Dec 2024 · 1 min read सांसारिक जीवन का अर्थ है अतीत और भविष्य में फंस जाना, आध्यात सांसारिक जीवन का अर्थ है अतीत और भविष्य में फंस जाना, आध्यात्मिक जीवन वर्तमान पर केंद्रित है जो हो रहा है बस उस में आनंद को ख़ोज लेते हैं। ~... Quote Writer 30 Share Ravikesh Jha 22 Dec 2024 · 1 min read हमें परिवर्तन के मार्ग से जुड़ना होगा, हम पहले से यहां पूर्ण हमें परिवर्तन के मार्ग से जुड़ना होगा, हम पहले से यहां पूर्ण है, हमें कुछ बनने की जिद्द छोड़ना होगा, जानने की ओर बढ़ना होगा। ~ रविकेश झा Quote Writer 27 Share Ravikesh Jha 21 Dec 2024 · 1 min read आनंद सरल स्वभाव को ही प्राप्त होता है, क्रोधी व्यक्ति तो खुश आनंद सरल स्वभाव को ही प्राप्त होता है, क्रोधी व्यक्ति तो खुशी में ही स्वयं को सीमित कर लेते हैं, फिर दुःख से ऊपर नहीं उठ पाते। ~ रविकेश झा। Quote Writer 26 Share Ravikesh Jha 20 Dec 2024 · 1 min read दुःख है, पीड़ा है लेकिन उससे भी अधिक हम कल्पना में खोए हुए ह दुःख है, पीड़ा है लेकिन उससे भी अधिक हम कल्पना में खोए हुए हैं, हमें स्थिर होना पड़ेगा तभी हम जीवन में परिवर्तन की ओर बढ़ेंगे। ~ रविकेश झा Quote Writer 1 24 Share Ravikesh Jha 19 Dec 2024 · 1 min read हमें निंदा से डरना नहीं चाहिए क्योंकि जब तक जीवन है लोग कहें हमें निंदा से डरना नहीं चाहिए क्योंकि जब तक जीवन है लोग कहेंगे ही, हमें स्वयं में अंतर्मन होने की आवश्कता है, तभी हम आंतरिक जीवन जीने में पूर्ण होंगे।... Quote Writer 24 Share Ravikesh Jha 18 Dec 2024 · 1 min read हमें अपनी सुनने की गुणवत्ता पर भी ध्यान देने की ज़रूरत है। ह हमें अपनी सुनने की गुणवत्ता पर भी ध्यान देने की ज़रूरत है। हमें इस बात का पूरा एहसास होना चाहिए कि हम कैसे सुन रहे हैं। हमें स्वयं का निरीक्षण... Quote Writer 28 Share Ravikesh Jha 17 Dec 2024 · 7 min read प्रेम और करुणा: समझ और अंतर। ~ रविकेश झा। नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप लोग आशा करते हैं कि आप सभी अच्छे और पूर्ण स्वस्थ होंगे, अभी ठंडी का मौसम शुरू हो गया है हमें स्वयं को ध्यान रखने... Hindi · करुणा प्रेम में अंतर क्या है · कुण्डलिया · ध्यान · ध्यान और जागरूकता · प्रेम और करुणा 97 Share Ravikesh Jha 17 Dec 2024 · 1 min read पूर्ण जागृत जीवन जीने के लिए हमें ध्यान को अपनाना होगा, अपने पूर्ण जागृत जीवन जीने के लिए हमें ध्यान को अपनाना होगा, अपने मार्ग को जागरूक के साथ मज़बूत करना होगा, तभी हम पूर्ण आनंदित की ओर बढ़ेंगे। ~ रविकेश झा Quote Writer 26 Share Ravikesh Jha 16 Dec 2024 · 7 min read संदेह से श्रद्धा की ओर। ~ रविकेश झा। नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप लोग आशा करते हैं कि आप सब अच्छे और स्वस्थ होंगे और निरंतर ध्यान की ओर बढ़ रहे होंगे। आज बात कर रहे संदेह के... Hindi · कुण्डलिया · ध्यान और जागरूकता · प्रेम · श्रद्धा और विश्वास · संदेह क्या है 93 Share Ravikesh Jha 16 Dec 2024 · 1 min read केवल परिवर्तन का मार्ग ही हमें आनंद और पूर्णता की ओर ले जाएग केवल परिवर्तन का मार्ग ही हमें आनंद और पूर्णता की ओर ले जाएगा, हमें बस ठहरने की आवश्कता है, तभी हम रूपांतरण के तरफ़ बढ़ेंगे। ~ रविकेश झा Quote Writer 30 Share Ravikesh Jha 15 Dec 2024 · 1 min read आंतरिक शांति प्राप्त करने के लिए कृतज्ञता को अपनाना एक आध्या आंतरिक शांति प्राप्त करने के लिए कृतज्ञता को अपनाना एक आध्यात्मिक दृष्टिकोण है, हमें लड़ने के बजाय स्वीकार करने में ऊर्जा को लगाना होगा। ~ रविकेश झा Quote Writer 27 Share Ravikesh Jha 14 Dec 2024 · 8 min read आध्यात्मिक दृष्टिकोण से मन की शांति के उपाय। मिथक बातें का खण्डन। ~ रविकेश झा *आध्यात्मिक दृष्टिकोण से आंतरिक शांति को समझना।* नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप सब आशा करते हैं कि आप सभी अच्छे और स्वस्थ होंगे। और निरंतर ध्यान के अभ्यास के माध्यम... Hindi · *जीवन का सत्य* · आध्यात्मिक दृष्टि से जीवन · कुण्डलिया · ध्यान और जागरूकता · प्रेम 98 Share Ravikesh Jha 14 Dec 2024 · 1 min read हमें एकांत में आना होगा यदि हमें सत्य से पूर्ण परिचित होना ह हमें एकांत में आना होगा यदि हमें सत्य से पूर्ण परिचित होना है फिर हमें स्वयं को टटोलना होगा। तभी हम पूर्णतः आनंदित होंगे। ~ रविकेश झा Quote Writer 37 Share Ravikesh Jha 13 Dec 2024 · 13 min read जीवन सत्य या मृत्यु। ~ रविकेश झा नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप सब आशा करते हैं कि आप सभी अच्छे और स्वस्थ होंगे। और निरंतर ध्यान में उतर रहे होंगे, बाहर हम अधिक रहते हैं इसीलिए हम... Hindi · कुण्डलिया · जागरूकता · जीवन मृत्यु · जीवन सत्य या मृत्यु · ध्यान और जागरूकता 90 Share Ravikesh Jha 13 Dec 2024 · 1 min read जब तक हम अपने भीतर नहीं खोजते हम अधूरे हैं और पूर्ण नहीं बन जब तक हम अपने भीतर नहीं खोजते हम अधूरे हैं और पूर्ण नहीं बन सकते, क्योंकि जीवन का स्रोत हमारे भीतर है और हम बाहर की ओर भागते हैं। ~... Quote Writer 34 Share Ravikesh Jha 12 Dec 2024 · 9 min read अब तो जाग जाओ। ~ रविकेश झा जब तक हम अपने भीतर नहीं खोजते हम अधूरे हैं और पूर्ण नहीं बन सकते, क्योंकि जीवन का स्रोत हमारे भीतर है और हम बाहर की ओर भागते हैं और... Hindi · अब तो जाग जाओ · कहानी · कुण्डलिया · ध्यान और जागरूकता · प्रेम 75 Share Ravikesh Jha 12 Dec 2024 · 1 min read आत्म जागरूकता कोई उपलब्धि हासिल करना नहीं है, बस आप स्वयं को आत्म जागरूकता कोई उपलब्धि हासिल करना नहीं है, बस आप स्वयं को किस तरह देख रहे हैं और संभावना को कैसे विकसित करते हैं, इसी पर निर्धारित होता है। ~... Quote Writer 24 Share Ravikesh Jha 11 Dec 2024 · 6 min read ओशो रजनीश ~ रविकेश झा नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप सब आशा करते हैं कि आप सभी अच्छे और स्वस्थ होंगे और निरंतर ध्यान का अभ्यास कर रहे होंगे। ध्यान ही एक मात्र उपकरण है... Hindi · Article · ओशो · ओशो रजनीश · जागरूकता · ध्यान 131 Share Ravikesh Jha 11 Dec 2024 · 1 min read हमें जीवन के प्रति सजग होना होगा, अपने चेतना को एक स्पष्ट दि हमें जीवन के प्रति सजग होना होगा, अपने चेतना को एक स्पष्ट दिशा देना होगा, तभी हम हर कार्य उत्साह से करेंगे, और चुनौती का सामना दृढ़ता से करेंगे। ~... Quote Writer 33 Share Ravikesh Jha 10 Dec 2024 · 7 min read आध्यात्मिक जीवन जीने का सरल उपाय। ~ रविकेश झा *आध्यात्मिक जीवन के सार को समझना।* नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप लोग आशा करते हैं कि आप सभी अच्छे और स्वस्थ होंगे और ध्यान के माध्यम से स्वयं को जान... Hindi · *जीवन का सत्य* · आध्यात्मिक दृष्टि से जीवन · कुण्डलिया · ध्यान और जागरूकता · प्रेम 83 Share Ravikesh Jha 10 Dec 2024 · 1 min read हमें सकारात्मक और नकारात्मक के बीच संबंध मजबूत करना होगा, तभ हमें सकारात्मक और नकारात्मक के बीच संबंध मजबूत करना होगा, तभी हम वास्तविक स्वरूप से परिचित होंगे। ~ रविकेश झा Quote Writer 30 Share Ravikesh Jha 9 Dec 2024 · 10 min read जब जागे तब सवेरा। ~ रविकेश झा नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप लोग आशा करते हैं कि आप सभी अच्छे और स्वस्थ होंगे और जागृत दिशा के ओर बढ़ रहे होंगे। बढ़ना भी चाहिए ध्यान ही आपको... Hindi · कुण्डलिया · जब जागे तब सवेरा · जागरूकता · ध्यान · रविकेश झा 1 85 Share Ravikesh Jha 9 Dec 2024 · 1 min read सांसारिक जीवन के लिए ज्ञान की आवश्यकता होती है और आंतरिक जीव सांसारिक जीवन के लिए ज्ञान की आवश्यकता होती है और आंतरिक जीवन के लिए ध्यान की, हमें दोनों में संतुलन बनाने की आवश्यकता है, तभी हम पूर्ण जीवंत होंगे। ~... Quote Writer 31 Share Ravikesh Jha 7 Dec 2024 · 1 min read आध्यात्मिक दृष्टि से जीवन जीना आवश्यक है, तभी हम बाहर और अंद आध्यात्मिक दृष्टि से जीवन जीना आवश्यक है, तभी हम बाहर और अंदर एक आनंद का सेतु का निर्माण कर सकते हैं। ~ रविकेश झा Quote Writer 30 Share Ravikesh Jha 6 Dec 2024 · 1 min read इच्छा कभी खत्म नहीं होने वाला जो व्यक्ति यह जान लिए वह अब मो इच्छा कभी खत्म नहीं होने वाला जो व्यक्ति यह जान लिए वह अब मोह में नहीं फंसेगा। अब वह पूर्णता तक पहुंच ही जायेगा। ~ रविकेश झा Quote Writer 30 Share Ravikesh Jha 5 Dec 2024 · 1 min read हमें अपने स्वभाव और कर्तव्य दोनों के बीच अंतर को समझना होगा हमें अपने स्वभाव और कर्तव्य दोनों के बीच अंतर को समझना होगा तभी हम जागृत दिशा के तरफ बढ़ सकते हैं, और आंतरिक ज्योति जला सकते हैं। ~ रविकेश झा Quote Writer 28 Share Ravikesh Jha 4 Dec 2024 · 7 min read क्रोध घृणा क्या है और इसे कैसे रूपांतरण करें। ~ रविकेश झा नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप लोग आशा करते हैं कि आप सभी अच्छे और स्वस्थ होंगे। और जागरूक हो रहे होंगे ध्यान जागरूकता के साथ जीवन जी रहे होंगे। जीवन... Hindi · आध्यात्मिक · कुण्डलिया · क्रोध और घृणा क्या है · ध्यान और जागरूकता · प्रेम और करुणा 1 245 Share Ravikesh Jha 3 Dec 2024 · 1 min read हमें जीवन में अपने अनुभव से जानना होगा, हमारे जीवन का अनुभव हमें जीवन में अपने अनुभव से जानना होगा, हमारे जीवन का अनुभव ही हमें ज्ञान और अज्ञान से परे ले जाएगा, हमें जीवंत रहना होगा। ~ रविकेश झा Quote Writer 31 Share Ravikesh Jha 1 Dec 2024 · 6 min read आध्यात्मिक और सांसारिक जीवन में संतुलन कैसे बनाएं, और कुछ मिथक बातें। ~ रविकेश झा नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप लोग आशा करते हैं आप लोग सभी स्वस्थ होंगे और ध्यान प्रेम के पथ पर चलते होंगे। हम प्रतिदिन जीवन जी रहे हैं सोचते हैं... Hindi · आध्यत्मिक · कुण्डलिया · जागरूकता · ध्यान · संसार 1 102 Share Ravikesh Jha 1 Dec 2024 · 1 min read हमें अपने स्रोत से तभी परिचित होते है जब हम पूर्ण जागते हैं, हमें अपने स्रोत से तभी परिचित होते है जब हम पूर्ण जागते हैं, हमें अस्तित्व के तरफ़ बढ़ने चाहिए, ताकि हम परमानंद को उपलब्ध हो सकें। ~ रविकेश झा Quote Writer 28 Share Ravikesh Jha 30 Nov 2024 · 1 min read जब तक आप अपेक्षा में जिएंगे तब तक दुःख से मुक्त नहीं हो सकते जब तक आप अपेक्षा में जिएंगे तब तक दुःख से मुक्त नहीं हो सकते है, हमें स्थिर होकर अपेक्षा से परे सोचना होगा। ~ रविकेश झा Quote Writer 43 Share Ravikesh Jha 29 Nov 2024 · 1 min read परिस्थिति से भागने के बजाय उसे जानने में हमें उत्सुक होना चा परिस्थिति से भागने के बजाय उसे जानने में हमें उत्सुक होना चाहिए, हमें जीवन आनन्द से जीने के लिए मिला है न की दुख इकट्ठा करने के लिए। ~ रविकेश... Quote Writer 32 Share Ravikesh Jha 28 Nov 2024 · 1 min read सच्चा ज्ञानी व्यक्ति वह है जो हमें अपने भीतर पहुंचने में मदद सच्चा ज्ञानी व्यक्ति वह है जो हमें अपने भीतर पहुंचने में मदद करता है, जो हमें पूर्णता के अंतिम बिंदु तक ले जाता है, केवल तभी हम परिवर्तन की ओर... Quote Writer 33 Share Ravikesh Jha 27 Nov 2024 · 1 min read पूर्ण सफलता वर्तमान में मौजूद है हमें स्वयं के रूपांतरण पर ध पूर्ण सफलता वर्तमान में मौजूद है हमें स्वयं के रूपांतरण पर ध्यान देना चाहिए, तभी हम अतीत भविष्य से परे सोच सकते हैं। ~ रविकेश झा Quote Writer 30 Share Page 1 Next