Rashmi Saxena Language: Hindi 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rashmi Saxena 29 Sep 2018 · 1 min read गज़ल परदा दरीचों से हमने ही हटाया नहीं था ऐसा नहीं कि सूरज ने जगाया नहीं था चाँद की तलाश रही तीरगी से लड़ने को क्या फ़लक पर सितारा आया नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 269 Share Rashmi Saxena 29 Sep 2018 · 1 min read प्रमाण पत्र जब भी जाता है घर से बाहर रामदास दिखाना होता है उसे अक्सर प्रमाण पत्र अपने रामदास होने का महज एक फोटो में मिलान होने से मान लिया गया उसका... Hindi · कविता 1 584 Share Rashmi Saxena 29 Sep 2018 · 1 min read गज़ल घना तिमिर है रस्ते भी अन्जाने हैं हर दिन हमको दीप नये जलाने हैं पढ़ सकते हो पढ़कर देखो बूढ़ी आँखों में कितने अफ़साने हैं घर में आग लगाकर हमने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 248 Share