jyoti rani Tag: कविता 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid jyoti rani 9 Mar 2017 · 2 min read यह वही नारी है निडर और स्वावलंबी बनकर अपनी छवि निखारी है असहाय और अबला नहीं शक्तिपुंज वह नारी है अपनी शक्ति से वह अब तलक अनजान थी सब कुछ सहकर भी चुप रहना... Hindi · कविता 1 586 Share jyoti rani 1 Mar 2017 · 1 min read मौसम की व्यथा रे मौसम क्यों करते हो हम पर इतने सितम अभी चंद महीनों पहले ही तो तुम थे कितने गरम तुम्हारी प्रचंड अग्नि की वर्षा को सह न पाते थे हम... Hindi · कविता 2 501 Share jyoti rani 27 Feb 2017 · 1 min read अनमोल जीवन तोड़ कर गुलाब किसी के बाग़ का अपना गुलशन महकाया तो क्या किया बुझा कर चिराग किसी के घर का अपना महल जगमगाया तो क्या किया लूट के दौलत किसी... Hindi · कविता 1 1 563 Share jyoti rani 17 Feb 2017 · 1 min read मन के जीते जीत मन में उत्साह हो कुछ करने की चाह हो कौन रोक सकता है चाहे काँटों भरी राह हो मन में उमंग हो उठती तरंग हो खुश रह सकता है चाहे... Hindi · कविता 1 372 Share jyoti rani 1 Feb 2017 · 1 min read ट्रैफिक सेंस मार्ग पर जब दो सवारों का संतुलन खो जाता है तभी एक गंभीर आकस्मिक दुर्घटना का जन्म हो जाता है असहनीय पीड़ा सहकर कभी कोई बच जाता है कभी कोई... Hindi · कविता 1 322 Share jyoti rani 31 Jan 2017 · 1 min read संघर्षों से लड़कर जीतती आयीं हैं बेटियां जन्म से पहले, जन्म के बाद, जीवन पर्यंत संघर्षों से लडती ही तो आयीं हैं बेटियां जिस देश में मातृशक्ति की होती है पूजा उसी देश में कोख को पाने... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 802 Share