Ajay Rana 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Ajay Rana 11 Nov 2018 · 1 min read माँ घर की दीवारों की नमी, खिड़की दरवाजों का तुफानों मे जोर-जोर से टकराना, पहले नही था ऐसा मंजर इस घर के आंगन का, कितने वर्षों से क्यों अब कोई नहीं... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 34 869 Share