शक्ति राव मणि Tag: ग़ज़ल/गीतिका 20 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid शक्ति राव मणि 31 Oct 2021 · 1 min read कई ‘शे’र बिखर गए तो कई गजले…। ईर्ष्या है मुझे तेरे नाम से वक़्त बदले तो हम भी बदले पर कैसे बदले यादों को याद है इश्क़ - ए -सर- ए- आम कत्ले। मैं अकेला नहीं था... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 550 Share शक्ति राव मणि 5 Aug 2021 · 1 min read इश्क़ अधूरा होता है क्या वो पूछे हमसे इश्क़ कभी अधूरा होता है क्या? मानो अब दुनिया वही है वैसा होता है क्या? क्यूं मंद मंद मुस्कुराते हुए खामोश रहते हो ठहर जाए कोई ऐसा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 9 336 Share शक्ति राव मणि 25 Nov 2020 · 1 min read ऐ अक्ल होशियार कब तक कभी तो दिल की भी सुनेगा ऐ अक्ल होशियार कब तक अब्तर वो रस्ता ताके है तेरा, तेरा ये ऐतबार कब तक। आकिबत जद्दोजहद में है ये नजरें नज़रों को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 754 Share शक्ति राव मणि 21 Apr 2020 · 1 min read इश्क़ अश्क हुए इश्क़ अश्क हुए बिछड़ने से जरा पहले बाते खत्म हुई कहने से जरा पहले। इन यादों का अब क्या करू जो सताती है ये यादें मौत बन जाती है मरने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 333 Share शक्ति राव मणि 16 Dec 2019 · 1 min read समंदर तो नहीं इस तरह न रूठा कर मेरा दूसरा मुकद्दर तो नहीं दायरे की दरिया हूं सुख जाऊंगा कोई समंदर तो नहीं। जिया नाराजगी में समझ खो देती है कफ़न मांगती है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 429 Share शक्ति राव मणि 15 Jun 2019 · 1 min read यहाँ सिर्फ सवाल उठते हैं जिंदगी से जवाब न मांग यहाँ सिर्फ सवाल उठते हैं काबे मे झोली न फैला मंदिरों में भी बवाल उठते हैं। जिनके सवाल जवाब इंसानों से नहीं होते वहीं अक्सर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 513 Share शक्ति राव मणि 20 Apr 2019 · 1 min read जिऊं तो सुहागन मरु सुहागन सोलह बारे बरत रखूं न हो कोई चुभन फल में मांगू जिऊं तो सुहागन मरु तो सुहागन। मैं सजती तब थी जब सँवरती नहीं थी मेरा सँवरना जैसे रुप तेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 363 Share शक्ति राव मणि 12 Apr 2019 · 1 min read एजाज़ लिख दूँ मैं रोशनी पलट दूँ की ऐसे अल्फाज़ लिख दूँ धार है मेरे कहने मे अगर खंजर को आवाज़ लिख दूँ। मिट्टी मे मिल जाते हैं आकाश कई अक्सर बंजर पेरो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 317 Share शक्ति राव मणि 23 Mar 2019 · 1 min read एक दिन भूल जाते हैं बिती रैना जब हम एक दिन भूल जाते हैं नई यादों से पुरानी यादें जब धूल जातें हैं। अब नहीं कहेंगे किसी से अपने दिल का हाल कुछ जिम्मे है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 369 Share शक्ति राव मणि 6 Feb 2019 · 1 min read मुशायरे में'शे'र अर्ज करो एक लौ अगर बूझ रहीं हैं तो जलानी क्यो है उजाला है चारों और तो लौ दिखानी क्यो है शौक से लटकाते है निंबू मिर्च बाजारों में जिस भूमि के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 369 Share शक्ति राव मणि 23 Jan 2019 · 1 min read मगर क्यो तबाह-सी मंज़र में फिर मंज़र क्यों बदल गये हम तो पुराना शहर क्यों। बेहोशी सही मैंने ओढ़ी थी तेरे नाम की चादर खुले आसमां में जीते हैं अब,तो ये चादर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 303 Share शक्ति राव मणि 23 Jan 2019 · 1 min read तिरंगा खड़ा था लहू गिरे थे जब वर्षावसान में तिरंगा खड़ा था तब शमशान में देश हित सोच रखें देशभक्त हैं वो और युद्ध? तब मानसिक संतुलन बिगड़ना है इंसान में ये देश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 381 Share शक्ति राव मणि 23 Jan 2019 · 1 min read जैसे गज़ल मैं समझा दूँ एक अकसना जैसे ग़ज़ल अश्क गिरते हैं जैसे झरना जैसे ग़ज़ल। ख्वाब तो ख्वाब में ही टूट जाते हैं टूटे मोती का हिरा बनना जैसे ग़ज़ल। उड़ान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 442 Share शक्ति राव मणि 23 Jan 2019 · 1 min read मैं नमन करु मैं नमन करूँ उन फ़ौजी को जो हुआ करते तैनात है सिर्फ सरहद की बात हैं,वतन की बात हैं,वर्दी की बात हैं। भाई लकिरों ने बटँवारा किया तब दुश्मन सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 549 Share शक्ति राव मणि 18 Jan 2019 · 1 min read जहर ख़ाक है अब बस बहुत हुआ सच तेरा सफर ख़ाक हैं कुछ हवाएं लगी थी मुझे अब्तर हुए सरसर ख़ाक हैं मिहिर कहता के ज्वार से मेरी,आग राख है मैं प्रचंड हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 341 Share शक्ति राव मणि 24 Dec 2017 · 1 min read अल्फाजो से,आश्नाओ से अक्सर अग्यार रहे हम अल्फाजो से वो अजीज अदीब हुआ मेरे सवालो से अफसुर्दा-ए-अफसोस रहा मुझको यूँ अंजुमन भी हमारा अदम रहे उनके जवाबो से अक्ल-ए-अंदाजा लगा रहे थे अंजाम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 376 Share शक्ति राव मणि 24 Dec 2017 · 1 min read मेरी उम्र को जो नजर लगी मेरी उम्र को जो नजर लगी फिर जिने की जो लत लगी बीत गयी जो आधी,आधी जो साये मे बची मेरा दुश्मन भी सामने ना आये,तेरी ही हरकत लगी उड़ान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 265 Share शक्ति राव मणि 24 Dec 2017 · 1 min read उधड़ गयी जो सीयन अब उधड़ गयी जो सीयन उधड़ने दे ख्वाब अगर सच नही तो रहने दे खुला जो छत आसमाँ का,वक्त का पहिया रुक गया रुका तो थक गया,बाहर खडी मौत को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 316 Share शक्ति राव मणि 18 Oct 2017 · 1 min read काफिला सजा है काफिला सजा है शायरानो का मेरा जख्मी यार पता पूछता है मयखानो का डूबती मोहब्बत से सिखा है तेरना मदिरानो का जाम झलक रहा हे हाथो से,आँखो से वो गम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 317 Share शक्ति राव मणि 18 Sep 2017 · 1 min read उनसे कहते भी तो क्या उनसे कहता भी तो क्या,वो मोहब्बत था गुजरा मै उस वक्त से जो बेवक्त था उनसे सुनता भी तो क्या जो पहले नरम तो टूटने पर वो सख्त था कहने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 445 Share