रामबाबू ज्योति Tag: मुक्तक 22 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid रामबाबू ज्योति 25 Mar 2018 · 1 min read किरदार महफ़ूज़ रख, बेदाग़ रख, मैली ना कर ताज़िन्दगी... मिलती नहीं इंसान को किरदार की चादर नई!! Hindi · मुक्तक 468 Share रामबाबू ज्योति 25 Mar 2018 · 1 min read सलीका और संगत झूठ कहते हैं कि संगत का हो जाता है असर...! काँटों को तो आज तक महकने का सलीका नहीं आया...!! Hindi · मुक्तक 257 Share रामबाबू ज्योति 25 Mar 2018 · 1 min read अपना पराया *अपना और पराया क्या है...* *मुझे तो बस यही पता है* *जो भावनाओं को समझे* *वो अपना और भावना से परे हो वो पराया...* *जो दूर रहकर भी पास हो*... Hindi · मुक्तक 475 Share रामबाबू ज्योति 24 Mar 2018 · 1 min read एक उम्र गुस्ताखी के लिए भी *एक ऊम्र, गुस्ताख़ियों के लिये भी नसीब होनी चाहिये* *ये कम्बख़्त ज़िंदगी तो बस, अदब और लिहाज़ में ही गई..!!* Hindi · मुक्तक 1k Share रामबाबू ज्योति 24 Mar 2018 · 1 min read एहसान भी गुनाह है *खुदगर्ज की बस्ती में,* *एहसान भी एक गुनाह हैं,* *जिसे तैरना सिखाओ,* *वही डुबाने को तैयार रहता हैं . . .* Hindi · मुक्तक 363 Share रामबाबू ज्योति 24 Mar 2018 · 1 min read खामोशियां बोलने लगी तो चुप हैं तो चल रही है जिंदगी लाजवाब .....यारो अगर खामोशियाँ बोलने लगी तो सच मे बवाल हो जाएगा ।। Hindi · मुक्तक 226 Share रामबाबू ज्योति 22 Mar 2018 · 1 min read उम्मीदों पर ही जिंदा है *बिकती है ना ख़ुशी कहीं*, *ना कहीं गम बिकता है..*. *लोग गलतफहमी में हैं*, *कि शायद कहीं मरहम बिकता है..* *इंसान ख्वाइशों से बंधा हुआ एक जिद्दी परिंदा है,* *उम्मीदों... Hindi · मुक्तक 3 2 7k Share रामबाबू ज्योति 2 Mar 2018 · 1 min read ऐसे जिओ *ऐसे जियो कि अपने* *आप को पसंद आ सको !* *दुनिया वालों की पसंद तो* *पल भर में बदल जाती है!!!* Hindi · मुक्तक 268 Share रामबाबू ज्योति 2 Mar 2018 · 1 min read भरोसा *भरोसा उस पर करो* *जो आपके अंदर तीन* *बातें जान सके...* *मुस्कुराहट के पीछे दुःख,* *गुस्से के पीछे प्यार,* *चुप रहने के पीछे वजह ।* Hindi · मुक्तक 219 Share रामबाबू ज्योति 2 Mar 2018 · 1 min read शुभ चिंतक लोग *सच्चे* *और* *शुभचिंतक लोग* *हमारे जीवन में* *सितारों की तरह होते है...!* *वो चमकते तो* *सदैव ही रहते है,* *परंतु...* *दिखायी तभी देते है,* *जब अंधकार छा जाता है...!!* Hindi · मुक्तक 1 263 Share रामबाबू ज्योति 2 Mar 2018 · 1 min read दस्तूर दुनिया का *"कितना अजीब हैं दस्तूर दुनिया का*, *लोग इतनी जल्दी मेरी बात नहीं मानते* *जितनी जल्दी मेरी बात का बुरा मान जाते है !!* Hindi · मुक्तक 372 Share रामबाबू ज्योति 26 Feb 2018 · 1 min read एक बनाया गया रिश्ता "पति पत्नी" *पति-पत्नी* एक बनाया गया *रिश्ता*... पहले कभी एक दूसरे को *देखा* भी नहीं था... अब सारी *जिंदगी* एक दूसरे के साथ। पहले *अपरिचित*, फिर धीरे-धीरे *परिचय*। धीरे-धीरे होने वाला *स्पर्श*... Hindi · मुक्तक 344 Share रामबाबू ज्योति 26 Feb 2018 · 1 min read समंदर में पानी अपार है हमारी उपलब्धियों में, दूसरों का भी योगदान होता है, क्योंकि समन्दर में भले ही पानी अपार है, परन्तु सच तो यही है कि वो, नदियों का उधार है । Hindi · मुक्तक 379 Share रामबाबू ज्योति 26 Feb 2018 · 1 min read याद रह जाती है चाँद के बिना, अँधेरी रात रह जाती है। साथ कुछ हसीं, मुलाकात रह जाती है। सच है. जिंदगी कभी रूकती नहीं; बस वक़्त निकल जाता है। और याद रह जाती... Hindi · मुक्तक 379 Share रामबाबू ज्योति 28 Jan 2018 · 1 min read जिंदगी "अपनी जिंदगी के किसी भी दिन को मत कोसना" "क्योंकि;" "अच्छा दिन खुशियाँ लाता है" "और बुरा दिन अनुभव;." "एक सफल जिंदगी के लिए दोनों जरूरी है" Hindi · मुक्तक 313 Share रामबाबू ज्योति 27 Jan 2018 · 1 min read रिश्ते जिन रिश्तों को आपकी मौजूदगी से परहेज होने लगे...। वहाँ से मुस्कुरा के चले जाना ही बेहतर होता है !! Hindi · मुक्तक 275 Share रामबाबू ज्योति 27 Jan 2018 · 1 min read कसमकस जिंदगी की ये कश्मकश है ज़िंदगी की , कि कैसे बसर करें ...... ख्वाहिशे दफ़न करे , या चादर बड़ी करें ........!! Hindi · मुक्तक 482 Share रामबाबू ज्योति 27 Jan 2018 · 1 min read आस्तीन में भी साँप होते हैं *सभी के दामन में दाग़ होते हैं* *ये सुन के लोग क्यों नाराज़ होते हैं* *मैंने बिन बाँह की कमीज़ सिलवाई है* *ये सोच कर कि आस्तीन में भी साँप... Hindi · मुक्तक 1 320 Share रामबाबू ज्योति 27 Jan 2018 · 1 min read दिलों की कदर हम किसी को मजबूर नहीं करते कि वो हमसे बात करे....। जिन्हें हो दिलों की कदर वो खुद ही याद कर लिया करते हैं....।। Hindi · मुक्तक 249 Share रामबाबू ज्योति 27 Jan 2018 · 1 min read उम्मीद जिंदा रखो हौसलों के तरकश में.......... . कोशिश का वो तीर, ज़िंदा रखो....................... . हार जाओ चाहे जिन्दगी में सब कुछ, मगर फिर से जीतने की उम्मीद जिन्दा रखो।। Hindi · मुक्तक 263 Share रामबाबू ज्योति 27 Jan 2018 · 1 min read इल्जाम बस यही सोचकर कोई सफाई नहीं दी हमने , कि इलज़ाम भले ही झूठे हो पर लगाये तो तुमने है !! Hindi · मुक्तक 233 Share रामबाबू ज्योति 27 Jan 2018 · 1 min read खुशी के लम्हे जेब में क्यूं रखते हो.....। खुशी के लम्हे.....।। बाँट दो..... ना गिरने का डर.....। ना चोरी का... ....।। Hindi · मुक्तक 249 Share