Rakmish Sultanpuri Tag: दोहा 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rakmish Sultanpuri 2 Sep 2017 · 1 min read दोहे । चोटी कटवा भूत । दोहे शब्द शब्द की नाप से, भावों पर अनुबंध । दिन दिन यों बढ़ता गया, महक रही न गन्ध । शब्द कुसुम को गूंथता शब्दो पर नव छन्द । भाव... Hindi · दोहा 455 Share Rakmish Sultanpuri 27 Aug 2017 · 1 min read फिर पांच दोहे । बादल/ घन मेघ सूरज डूबा था नही,,,,,,,दोनों मद मे चूर । भिगो रहे थे धूप को, बादल निष्ठुर क्रूर ।। बादल पंछी बन चुने,,,,,,,,, तारे सारी रात । आसमान की... Hindi · दोहा 1 622 Share Rakmish Sultanpuri 8 Mar 2017 · 1 min read फिर सात दोहे । बुधवार स्वतन्त्र दोहे --- ----------------फिर सात दोहे--------------- फूक फूक चलना सदा,, भूल एक पर्याप्त ।। राम मॄत्यु का कटघरा, चौतरफा है व्याप्त ।। विनय नम्रता सादगी ,सत्य सरस व्यवहार ।... Hindi · दोहा 1k Share Rakmish Sultanpuri 22 Feb 2017 · 1 min read नेता। नेता। नेता नेता न रहे,,,,,,,,,,,रहा न वो जज्बात । राजनीति मे ढह गयी,, कुर्सी सँग औकात ।। नेता के भावुक वचन,,,,,,,,,,, लगे छुड़ाने दाग़ । भरे हौसला व्यर्थ में ,,,,,बिन... Hindi · दोहा 768 Share Rakmish Sultanpuri 21 Feb 2017 · 1 min read बसन्त के फूल फूल।पुष्प।प्रसून । सरसों उमड़ी खेत में, ,,,खिले बसन्ती फूल । तेरे मेरे प्यार का,,,,,,,,,,,, मौसम है अनुकूल ।। परसो पनपे पात संग,,,,,, पावन पुष्प प्रसून । पुलकित हो प्रभात में... Hindi · दोहा 330 Share Rakmish Sultanpuri 20 Feb 2017 · 1 min read ईर्ष्या दोहे।ईर्ष्या। ईर्ष्या दुख की बावली,,,,,,,जो उर रखो सजोय । मान हानि धन धर्म की,,,,, तन की दुर्गति होय ।। ईर्ष्या मन का रोग है,,,,,,,, करो त्वरित उपचार । देख विरोधी... Hindi · दोहा 3k Share Rakmish Sultanpuri 20 Feb 2017 · 1 min read मतदान ।मतदान। नेता निर्छल कर्मठी,, योगी सरस् सुजान । देश गांव छवि देखकर,करें सभी मतदान ।। लालच धन डर धौस का दान नही है दान । प्रलोभन से हो तटस्थ, करें... Hindi · दोहा 357 Share Rakmish Sultanpuri 20 Feb 2017 · 1 min read मित्र। दोहे।। मित्र । जग में सच्चे मित्र से,,,,,,,,,,,मिलिए बारम्बार ।। हृदय निहित हर भाव का,,करे सफल उपचार ।। सच्चे उर से मित्रता ,,,,,,,,, उपजाती नित नेह। मिटे हृदय के सूल... Hindi · दोहा 354 Share Rakmish Sultanpuri 20 Feb 2017 · 1 min read फिर तीन दोहे। फिर तीन दोहे - मन को पावन राखिये, तन सा निर्मल आप । धन का सदुपयोग कर,,,,,,,,,,दूर रहे संताप ।। निर्धन धन का लालची, भले कृपण कंजूस । धनी न... Hindi · दोहा 809 Share Rakmish Sultanpuri 20 Feb 2017 · 1 min read वो तीन दोहे। वो तीन दोहे-- रहे सजगता कर्म में ,,,,,भाव रहे निष्काम ।। रिस्तो में खुशियाँ रहे, जीवन के आयाम ।। लोभ क्षोभ मद मोह को,,, करने दो बिश्राम । मानवता का... Hindi · दोहा 451 Share Rakmish Sultanpuri 8 Feb 2017 · 1 min read वो आठ दोहे । जीवन नौका जग जलधि, आशा की पतवार । भांप भवँर में डगमगी, ,,,,,,,चुप है खेवनहार ।1। दिन है सच का आवरण , रजनी झूठ प्रतीक । सुबह शाम है दोगले... Hindi · दोहा 459 Share