Rakhi Kulshrestha Tag: ग़ज़ल/गीतिका 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rakhi Kulshrestha 16 Aug 2018 · 1 min read इश्क में दर्द गुफ्तगू करके हमें सोने नहीं देते हैं मेरी सांसों की धड़कन को बढ़ा देते हैं।। अभिनय में माहिर बातें उनकी मीठी मीठी इश्क में गिरफ्त कर ठग ही उसे लेते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 411 Share Rakhi Kulshrestha 14 Aug 2018 · 1 min read ख्वाब में बेवजह ख्वाब में वो हमें यूं सताते रहे अपनी आंखों का नूर हमें यूं दिखाते रहे।। चांदनी रात आगोश में लिए बैठे रहे जाम अधरों को लगा हमें यूं पिलाते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 421 Share