Rakhi Kulshrestha 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rakhi Kulshrestha 16 Aug 2018 · 1 min read इक नौ साल के बेटे का सवाल जवाब का सजीव वर्णन मां क्या बेटियाँ सबको प्यारी लगती हैं हम बेटे बन कर आए यह बात हमें चुभती है।। स्कूल में टीवी हर तरफ बेटी ही छायी है क्या हम बेटों से... Hindi · कविता 2 284 Share Rakhi Kulshrestha 16 Aug 2018 · 1 min read इश्क में दर्द गुफ्तगू करके हमें सोने नहीं देते हैं मेरी सांसों की धड़कन को बढ़ा देते हैं।। अभिनय में माहिर बातें उनकी मीठी मीठी इश्क में गिरफ्त कर ठग ही उसे लेते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 461 Share Rakhi Kulshrestha 14 Aug 2018 · 1 min read ख्वाब में बेवजह ख्वाब में वो हमें यूं सताते रहे अपनी आंखों का नूर हमें यूं दिखाते रहे।। चांदनी रात आगोश में लिए बैठे रहे जाम अधरों को लगा हमें यूं पिलाते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 456 Share Rakhi Kulshrestha 14 Aug 2018 · 1 min read जय जवान जय किसान जय जवान और जय किसान नारा खूब लगाते हो। जो किसान की खेती से पेट तुम्हारा भरता है व्यंजन बना बनाकर मानव मन संतुष्ट करता है उस किसान के मेहनत... Hindi · कविता 318 Share Rakhi Kulshrestha 14 Aug 2018 · 1 min read इंकलाब जिंदाबाद इंकलाब जिंदाबाद का नारा खूब लगाए हो भारत मां के लाल हो ऐसा जज्बा दिखाए हो।। कमजोर नहीं हो तुम देश बुलंदियों पर लाए हो भारत को आगे बढ़ा कर... Hindi · कविता 579 Share Rakhi Kulshrestha 13 Aug 2018 · 1 min read बिन्दी बिन्दी से अस्तित्व है मेरा सूरज चन्दा का है घेरा।। बिन्दी के आकार की धरती सारी दुनिया जिस पर बसती।। अंकों की पहचान है बिन्दी गणित में मूलाधार है बिन्दी।।... Hindi · कविता 294 Share