सरिता सिंह Language: Hindi 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सरिता सिंह 2 May 2024 · 1 min read नई कविता नई कविता गुमनाम गलियों में, कुछ बाते कहीं खो गई है। भाव मर गए , लोग बहरे होरहें , दर्द गूंगे ...कविताएं मर रही है, गीत बिक रहे अपने मासूम... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · समवेदना 137 Share सरिता सिंह 15 Jul 2023 · 1 min read फितरत निगाहे जाम को मयखाना बना देते हैं । एक नजर देखो जो दीवाना बना देते हैं। आते जाते शहर में नजरे अगर मिल जाए। तीर नजरों से कातिलाना बना देते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 237 Share सरिता सिंह 14 Jul 2023 · 1 min read फितरत फरेब की हमारी बात क्या और क्या औकात दुनियां में।। पड़े जो आफते सर पे ,सिकंदर भी मिट जाते हैं। दुहाई राम की देकर , कसम लेते हैं अल्ला की। सियासत करने... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 3 1 294 Share सरिता सिंह 30 May 2023 · 7 min read दिल का सौदा जीवन के 60 वें पड़ाव पर पूरे शरीर में झुर्रियां पड़ने लगी और याददाश्त कमजोर होने लगी,, अपने सब साथ छोड़ने लगे, सब पराये से लगने लगे .. तब उसका... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता 2 2 260 Share सरिता सिंह 12 Dec 2022 · 1 min read दुनिया झमेला दुनिया क्या यारो रिश्तों का मेला। हर कोई लेकिन यहां है अकेला। महंगी है चीजे और जेबे खाली नोट बढ़ी पर भरता न थैला।। भाई भाई को प्यारा नहीं है।... Hindi · दुनियां दारी 175 Share