Rakesh kumar Tag: कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Rakesh kumar 30 Jul 2023 · 1 min read ज़िन्दगी: एक झूठा सार जब ज़िन्दगी कुछ पनो तक सिमित हो जाये, रिश्ते सहूलियत के लिए बनाये जाएं, दोस्ती हरे कागज़ो की लेन-देन बन जाये, प्यार ख्वाइशे पूरी करने का जरिया हो, शादी एक... Hindi · कविता 83 Share