डॉ मनीष सिंह राजवंशी Tag: मुक्तक 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ मनीष सिंह राजवंशी 23 Dec 2020 · 1 min read "मेरा रिश्ता" मेरा बस आप सबसे तो बना है प्यार का रिश्ता। कभी बातों की गपशप का कभी सुख दुख का रिश्ता। रहूँ मैं चाहता अब तो दिलों में आप सबके मैं।... Hindi · मुक्तक 8 6 351 Share डॉ मनीष सिंह राजवंशी 22 Dec 2020 · 1 min read "मैं शिक्षक हूँ" मैं शिक्षक हूँ अपनी जिम्मेदारी समझता हूँ। सामाजिक उत्थान में हिस्सेदारी समझता हूं।। अग्रसर हो राष्ट्र निरंतर उन्नति के पथ पर। इस कर्तव्य में अपनी भागीदारी समझता हूँ।। क्या कुछ... Hindi · मुक्तक 8 7 350 Share डॉ मनीष सिंह राजवंशी 22 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक हमने बहते हुए दरिया को रुकते हुए देखा है। उसे समंदर की लहरों में घुटते हुए देखा है।। ऐ नादान शक्स तेरी विसात ही क्या है यहाँ। हमने सिकंदर को... Hindi · मुक्तक 6 1 320 Share डॉ मनीष सिंह राजवंशी 21 Dec 2020 · 1 min read "कभी कमजोर का कोई सहारा नहीं बनता" कभी कमजोर का कोई सहारा नहीं बनता। बिना बहाव की नदियों का किनारा नहीं बनता। जिंदगी से हारते है वो जो बुजदिल होते है। यूँ बिखरने वाला अपनों का प्यारा... Hindi · मुक्तक 6 394 Share