Maier Rajesh Kumar Yadav Tag: कविता 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Maier Rajesh Kumar Yadav 31 Dec 2018 · 1 min read यह नया साल क्यो यारो ? लोग साल बदलने का इंतजार करते, हम इंसान बदलने का इंतजार करते हैं। जब भी सुबह अखबार निकाल कर पढ़ते है, हत्या अपहरण रेप भ्रष्टाचार को देखते है।। यह नया... Hindi · कविता 1 304 Share Maier Rajesh Kumar Yadav 28 Dec 2018 · 1 min read क्यों मारते हो अपनी लाडली बेटी को ? क्यों मारते हो आप, अपनी लाडली बेटी को। कम से कम देखने भी तो दो, इस प्यारी धरती को।। तुम सोचो अगर तुम आज, पृथ्वी पर ना आए होते। अगर... Hindi · कविता 1 288 Share Maier Rajesh Kumar Yadav 27 Nov 2018 · 1 min read ममता की मुरत माँ तू ममता की मुरत है , माँ तू देवी का सुरत है। तेरे चरण स्पर्श से ही माँ , यह जग इतना खुबसुरत है।। भगवान का चम्तकार समझू ,... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 23 832 Share Maier Rajesh Kumar Yadav 8 Nov 2018 · 1 min read तेरा भाई अभी जिंदा है ओ गुड़िया तु रूठ मत, तेरा भाई अभी जिंदा हैं। तु जब रूठती भाई का दिल धड़कना बंद हो जाता हैं, अरे पगली तेरा भाई अभी जिंदा है।। जब तक... Hindi · कविता 3 4 665 Share Maier Rajesh Kumar Yadav 30 Oct 2018 · 1 min read खेसारी है कौन ? जो लोग नही जानते खेसारी भाई को वह जान ले यह है कौन? गरीब का बच्चा है , भैंस चराया करता था। दिल्ली में ठेला पर बिहार का प्रसिद्ध लिट्टी-चोखा... Hindi · कविता 1 397 Share Maier Rajesh Kumar Yadav 28 Oct 2018 · 1 min read जे कियौ पीबै छी दारू आ शराब जे कियौ पीबै छी दारू आ शराब ओकर जिंदगी भ गेल अछि खराब। यौ आबियौ त बुझियौ भेलौ खराब, छोयड़ दियौ अखनो दारू आ शराब। जखन जाए छी साझ सबेरे... Hindi · कविता 1 362 Share Maier Rajesh Kumar Yadav 24 Oct 2018 · 1 min read बेटा-बेटी मे भेदभाव नए बिगाड़ु मिथिला के स्वरूप, मिथिला अपन बहुरूप । नए रहु जायत -धर्म के विरूद्ध सब छैयथ अपने मिथिलाक स्वरूप।। बेटी के साथ अतेक घृणा कियाक अछि, बेटा के साथ... Hindi · कविता 1 491 Share Maier Rajesh Kumar Yadav 23 Oct 2018 · 1 min read नेता का राज ! मेयर राजेश कुमार यादव के द्धारा 19 फरवरी 2014 को रचित कविता हो गया नेता का राज ! धन्य हो नेता महराज। आतंक फैला -फैला कर खुद का नाम कमा... Hindi · कविता 1 466 Share Maier Rajesh Kumar Yadav 17 Oct 2018 · 1 min read बहन का प्यार बहन का अर्थ ! उससे पुछो जिसके पास नही है गम मे रहे भईया तो हसी का पिटारा खोल देती । गुस्से मे रहे भईया तो ना जाने कैसे मना... Hindi · कविता 1 284 Share