गुरचरन मेहता 'रजत' 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid गुरचरन मेहता 'रजत' 2 Apr 2018 · 1 min read माँगी है बावफ़ा हैं तभी हमने भी वफ़ा माँगी है मुस्कुराते हुए जीने की अदा माँगी है ● आसमां छू ले मगर छोड़े ज़मीं को न कभी माँ ने बेटे के लिए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 450 Share गुरचरन मेहता 'रजत' 8 Jun 2016 · 1 min read विष दिया प्याले में उसने सामने ही घोलकर ============================ दिल दुखाया फिर किसी ने राज़ मेरे खोलकर विष दिया प्याले में उसने सामने ही घोलकर चुपके से आया था मेरीे जिंदगानी में कभी जा रहा है आज मुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 461 Share