Phoolchandra Rajak Tag: घनाक्षरी 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Phoolchandra Rajak 29 Jan 2022 · 1 min read फूल का दर्द! देखो तो फूलों का दर्द।खूशबू बिखेर कर खुद हो जाते हैं बेदर्द।लोग तोड़ डालते हैं बन कर बेदर्दी।दिल में जरा भी नहीं रखते हैं हमदर्दी।न समझते हैं उसकी सुन्दरता।न खूशबू... Hindi · घनाक्षरी 1 1 863 Share