शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ Tag: कुण्डलिया 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 17 Jul 2024 · 1 min read शनिवार शनिवार दिन खास है, जपो शनि का नाम। न्याय के हैं ये देवता, पूरे हों सब काम। पूरे हों सब काम, पुण्य तुम करते जाओ। झूठ, कपट को त्याग, शनि... Hindi · कुण्डलिया 62 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 17 Jul 2024 · 1 min read तुलसी पूजन(देवउठनी एकादशी) तुलसी पूजन मैं करूँ, दीप प्रज्ज्वलन साथ। शुक्ल पक्ष एकादशी, विष्णु देव हैं साथ। विष्णु देव हैं साथ, संग में तुलसी मईया। ढोल मजीरे साथ, मैं देती सबको बधईया। है... Hindi · कुण्डलिया 54 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 17 Jul 2024 · 1 min read देन वाले देने वाले ने दिया, विपुल यहाँ भंडार। सोच समझ कर काम ले, यह सारा संसार।। यह सारा संसार, सदा है दोहन करता।। धरती देती दण्ड, नहीं थोड़ा भी डरता। ।... Hindi · कुण्डलिया 1 2 67 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 17 Jul 2024 · 1 min read दाता दाता केवल ईश है, देता है दिन रैन। तृष्णा बुझती है नहीं, मानव है बेचैन।। मानव है बेचैन, अपेक्षा बढ़ती जाती। सदा बदलती रूप, चाहतें सदा सताती।। 'डिम्पल' धरिए धीर,... Hindi · कुण्डलिया 101 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 17 Jul 2024 · 1 min read ईश्वर ईश्वर को भजते रहें, मन से बनें उदार। जीवन उसका है सफल, जो करता उपकार।। जो करता उपकार, काम सबके ही आता। मानव मन का प्रेम, सभी को सदा लुभाता।।... Hindi · कुण्डलिया 84 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 17 Jul 2024 · 1 min read दूरी और प्रेम दूरी कितनी भी रहे, अपनों से हो प्यार। केवल इससे ही बँधा, यह सारा संसार।। यह सारा संसार, इसी से रिश्ते नाते। सुख-दुःख में दे साथ, स्नेह से रहे निभाते।।... Hindi · कुण्डलिया 84 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 17 Jul 2024 · 1 min read विश्वास मन के द्वार न खोलिए, कितना हो कोई खास। मन के मोती बिखरते, टूटे है विश्वास। टूटे है विश्वास, न कुछ अब आशा करिए। देव समझ मानव से, न अब... Hindi · कुण्डलिया 1 77 Share शालिनी राय 'डिम्पल'✍️ 17 Jul 2024 · 1 min read कुण्डलिया छंद #हनुमानजी विनय तुम्हारी मैं करूँ, सुनो वीर हनुमान। रामभक्त सुधि लो सदा, करती हूँ आह्वान। करती हूँ आह्वान, सुनो हे रामदुलारे। करो पूर्ण संकल्प, लगाओ नाव किनारे। कहती 'डिम्पल' ईश, आस... Hindi · कुण्डलिया 55 Share