RAHUL PRASAD 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid RAHUL PRASAD 16 Feb 2018 · 1 min read लिखूँ आज सोच रहा हूँ तुमको कुछ लिखूँ...... कुछ तुम्हारी कुछ अपनी बात कहूँ! तुमको देखकर जो होठों पर आती मुस्कान वो लिखूँ, या जब नही मिल पाते तो मायूस दिल... Hindi · कविता 1 237 Share RAHUL PRASAD 16 Feb 2018 · 1 min read मध्ययमवर्ग मध्यवर्ग के खाँचे कसावट भरे होते हैं शायद होती है कुछ अधिक ज़िन्दगी भी बचता है वो हमेशा उछलकर खाँचो से बाहर आने से नैतिकता और उसूल रखता है पकडकर... Hindi · कविता 319 Share RAHUL PRASAD 15 Feb 2018 · 1 min read आंच आंच -------- उसने शादी के पलकॊं पर, हज़ारों ख़्वाब सजा रखे थे ! असंख्य भावी खुशियाँ दूसरों को खुश करने में निकल गईं । वो प्यार पाने की चाहत ,... Hindi · कविता 410 Share