Rahul Pareek Language: Hindi 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rahul Pareek 24 Jan 2024 · 2 min read आत्मपरिचय सत्य सनातन नित नूतन, जग तल पर छाने वाला हूँ बनकर ज्योति दिग्भ्रमितों को, सन्मार्ग दिखाने वाला हूँ मैं शांत क्लांत नीरव सा हूँ, शीतल सिंधु सा धीर लिए अब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 187 Share Rahul Pareek 17 Nov 2018 · 1 min read हानिकारक रोमांस साहब जी के पास में, खड़ी थी सुन्दर नार चहरे पर चूरण मले, सुरमा नैन हजार सुरमा नैन हजार, देख सर खाए धोखा देख समय अनुकूल, साब ने मारा चौका... Hindi · कुण्डलिया 508 Share Rahul Pareek 16 Nov 2018 · 5 min read ऑनलाइन लव क्या वो मुझे छोड़कर चली गई.. कई दिनों से उसने मुझसे बात नही की थी न फेसबुक पर कोई मैसेज, न व्हाट्सऐप पर और न ही फ़ोन कॉल मैं हर... Hindi · कहानी 322 Share Rahul Pareek 16 Nov 2018 · 1 min read उलझन मैं लिखूं किसकी कथाएँ ? उनकी......जो मिथ्या उगलते झूठ के पावों से चलते या, की जिनके पास है सच... और है लाखों व्यथाएँ.. मैं लिखूं किसकी कथाएं ? Hindi · कविता 1 553 Share Rahul Pareek 14 Nov 2018 · 1 min read रूह की चीखें जिस्म के कमरे में.. दिल पर तेरी याद का पहरा रहता है लब पर तेरा नाम क्यों ठहरा रहता है यार मुहोब्बत ने मुझको आबाद किया फिर भी मुझमें खाली सहरा रहता है दीद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 393 Share Rahul Pareek 14 Nov 2018 · 1 min read दिल कैदी मुझसे मिलकर रोज कहानी कहता है मेरे अंदर एक समंदर रहता है रोज बगावत करने को जी चाहता है दिल कैदी फिर क्यों जुल्मों को सहता है इक अरसे से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 283 Share Rahul Pareek 14 Nov 2018 · 1 min read बिन मां के ऐसे लगे, मंदिर बिन भगवान चूल्हा, चौका, और घर, खेत और खलिहान बिन मां के ऐसे लगे, मंदिर बिन भगवान पहली रोटी गाय की, पहला ठाकुर भोज फिर घी शक्कर डाल माँ, भोजन देती रोज... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 18 476 Share