Rahul Pareek Tag: ग़ज़ल/गीतिका 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rahul Pareek 14 Nov 2018 · 1 min read रूह की चीखें जिस्म के कमरे में.. दिल पर तेरी याद का पहरा रहता है लब पर तेरा नाम क्यों ठहरा रहता है यार मुहोब्बत ने मुझको आबाद किया फिर भी मुझमें खाली सहरा रहता है दीद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 342 Share Rahul Pareek 14 Nov 2018 · 1 min read दिल कैदी मुझसे मिलकर रोज कहानी कहता है मेरे अंदर एक समंदर रहता है रोज बगावत करने को जी चाहता है दिल कैदी फिर क्यों जुल्मों को सहता है इक अरसे से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 237 Share