Rahul Pareek Tag: कविता 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rahul Pareek 24 Jan 2024 · 2 min read आत्मपरिचय सत्य सनातन नित नूतन, जग तल पर छाने वाला हूँ बनकर ज्योति दिग्भ्रमितों को, सन्मार्ग दिखाने वाला हूँ मैं शांत क्लांत नीरव सा हूँ, शीतल सिंधु सा धीर लिए अब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 57 Share Rahul Pareek 16 Nov 2018 · 1 min read उलझन मैं लिखूं किसकी कथाएँ ? उनकी......जो मिथ्या उगलते झूठ के पावों से चलते या, की जिनके पास है सच... और है लाखों व्यथाएँ.. मैं लिखूं किसकी कथाएं ? Hindi · कविता 1 444 Share Rahul Pareek 14 Nov 2018 · 1 min read बिन मां के ऐसे लगे, मंदिर बिन भगवान चूल्हा, चौका, और घर, खेत और खलिहान बिन मां के ऐसे लगे, मंदिर बिन भगवान पहली रोटी गाय की, पहला ठाकुर भोज फिर घी शक्कर डाल माँ, भोजन देती रोज... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 18 431 Share