Radhakishan R. Mundhra Language: Hindi 24 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Radhakishan R. Mundhra 6 Aug 2023 · 3 min read *।। मित्रता और सुदामा की दरिद्रता।।* ☘🌱☘🌱☘🌱☘🌱☘🌱☘ एक ब्राह्मणी थी जो बहुत निर्धन थी। भिक्षा माँग कर जीवन-यापन करती थी। एक समय ऐसा आया कि पाँच दिन तक उसे भिक्षा नहीं मिली। वह प्रति दिन पानी... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 2 757 Share Radhakishan R. Mundhra 30 Jul 2023 · 1 min read "हास्य व्यंग्य" "हास्य व्यंग्य" देश और दुनिया में रोटी से ज्यादा खाई जाने वाली वस्तु है "घूस" और उससे से भी ज्यादा खाई जाने वाली चीज है "कसम" 😄😄😄 Hindi · Quote Writer · हास्य · हास्य-व्यंग्य 1 375 Share Radhakishan R. Mundhra 29 Jul 2023 · 2 min read "चाँद को शिकायत" संकलित चाँद को भगवान् राम से यह शिकायत है की दीपावली का त्यौहार अमावस की रात में मनाया जाता है और क्योंकि अमावस की रात में चाँद निकलता ही नहीं है... Hindi · कविता · कहानी · कुण्डलिया · ग़ज़ल · दोहा 2 1 172 Share Radhakishan R. Mundhra 13 Jul 2023 · 1 min read हर शख्स माहिर है. खुद में झाँकने के लिए ज़िगर चाहिए जनाब! वर्ना दूसरों की शिनाख्त में तो हर शख्स माहिर है.!! ~~~~~ *खूबसूरत है वो हाथ..* जो मुश्किल के वक़्त किसी का सहारा... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 4 246 Share Radhakishan R. Mundhra 25 Jun 2023 · 1 min read *चाय की चुस्की* चाय सिर्फ चाय नहीं होती... एक मनुहार होती है साथ मे समय बिताने की... एक आग्रह होता है थोड़ी देर और रुक जाने का.. एक विनती होती है आपस मे... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · गीत · मुक्तक 3 161 Share Radhakishan R. Mundhra 19 Jun 2023 · 3 min read 🕉️🌸आम का पेड़🌸🕉️ आप सबने इस कहानी को अवश्य पढ़ा होगा। एक घर के पिछवाड़े में एक आम का पेड़ लगा हुआ था। उस घर में एक बच्चा था जिसे वो आम का... Hindi · कहानी · निबंध · बाल कहानी · लघु कथा · संस्मरण 2 2 540 Share Radhakishan R. Mundhra 7 Jun 2023 · 1 min read *मस्ती* वो नीचे थी, मै ऊपर था। वो सोई थी, मैं लेटा था। दोनों हिल रहे थे, धक्के लग रहे थे। मस्ती में झूल रहे थे, सपनों में झूम रहे थे।... Poetry Writing Challenge · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · मुक्तक · हास्य 3 375 Share Radhakishan R. Mundhra 4 Jun 2023 · 1 min read अपनों का हाथ पकड़ कर चलिए अपनों का हाथ पकड़ कर चलिए किसी के पाँव पकड़ने की आवश्यकता नहीं होगी। Hindi · Quote Writer 1 322 Share Radhakishan R. Mundhra 24 May 2023 · 1 min read "दो हजार के नोट की व्यथा" न किसी की आँख का नूर हूँ न किसी के दिल का क़रार हूँ जो किसी के काम न आ सके मैं वो रूपया दो हज़ार हूँ । मेरा रंग-रूप... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · बाल कविता · मुक्तक 3 2 251 Share Radhakishan R. Mundhra 19 May 2023 · 4 min read "दोस्ती का मतलब" सभी दोस्तों को लग रहा था कि मिश्राजी पिछले काफी दिनों से चिंता में रहने लगे है। उनकी नजर में उनका भरा पूरा परिवार है। पत्नी, बेटा, बहू, एक पोता... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 3 3 477 Share Radhakishan R. Mundhra 18 May 2023 · 4 min read "गाँव की सड़क" यह कहानी है उस गाँव की जिसमे हर साल या तो अकाल पड़ता था या फसल कम होती थी. मगर गाँव के लोग बड़े खुद्दार थे. वे अपनी माटी को... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 2 2 332 Share Radhakishan R. Mundhra 4 Nov 2022 · 3 min read "दीपावाली का फटाका" दीपावाली की शाम थी. पूरा मोहल्ला दीयों की रौशनी से जगमगा रहा था. सब लोग परिवार सहित आतिशबाजी का आनन्द ले रहे थे, मगर राजाराम जी के घर में शगुन... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 2 319 Share Radhakishan R. Mundhra 1 Oct 2022 · 3 min read "वृद्धाश्रम" सुखीराम जी का जीवन वास्तव में सुख से बीत रहा था। वजह थी समय के साथ बदलाव को स्वीकार करना। बचपन मे जब साइकिल सीखने की उम्र थी तो साइकिल... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 2 1k Share Radhakishan R. Mundhra 8 Aug 2022 · 4 min read *"रक्षाबन्धन"* *"काँच की चूड़ियाँ"* बात उन दिनों की है जब मै १०-११ साल का था. मैं अपने माता पिता के साथ अपने मामा के यहाँ गया हुआ था. सावन का महीना था मामा के... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 3 422 Share Radhakishan R. Mundhra 6 Jul 2022 · 4 min read *बहू- बेटी- तलाक* राजाराम जी ने अपने बेटे संजय का विवाह अपने रिश्तेदार की पुत्री शुशीला से तय किया था. दोनों परिवारों में जान-पहचान होने के कारण किसी तरह की कोई चिंता नहीं... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 3 2 929 Share Radhakishan R. Mundhra 1 May 2022 · 1 min read "*पिता*" "पिता" केवल एक रिश्ता ही नहीं, हमारे जीवन का आधार होता है। माँ के अलावा "पिता" ही वो पहला व्यक्ति होता है जो हमारे इस दुनियां में आने से सबसे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 5 4 274 Share Radhakishan R. Mundhra 7 Apr 2022 · 4 min read "सूनी मांग" पार्ट-2 गतांक 2 अप्रेल से ... अशोक के गाँव के ज्यादातर लोग फौज में भर्ती है. खुद अशोक भी यही चाहता था मगर ट्रेनिंग में पास ना हो पाने के कारण... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 1 446 Share Radhakishan R. Mundhra 2 Apr 2022 · 4 min read *सूनी माँग* पार्ट-1 अशोक के गाँव के ज्यादातर लोग फौज में भर्ती है. इसलिए उसके गाँव को सब लोग फौजियों का गाँव कहते हैं. खुद अशोक के परिवार से जुड़े कई लोग फौज... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 1 283 Share Radhakishan R. Mundhra 28 Feb 2022 · 3 min read *नीम का पेड़* राजाराम जी का शहर में व्यापार था. उनके दो पुत्र थे सुनील और सुधीर. वे दोनों भी शहर में ही पढ़ कर बड़े हुए थे. इसलिए राजाराम जी का गाँव... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 1 1k Share Radhakishan R. Mundhra 4 Feb 2022 · 3 min read *"ममता"* पार्ट-5 गतांक से आगे. . . सेठजी बोले महात्मा जी पूरी बात बताइए, हम सब व्याकुल हो रहे हैं... महात्मा जी बोले साहूकार जी की बहू ने तो निस्वार्थ भाव से... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 1 404 Share Radhakishan R. Mundhra 3 Feb 2022 · 2 min read *"ममता"* पार्ट-4 गतांक से आगे. . . दादीजी और राजेश ने उनसे इस घटना को विस्तार से बताने का आग्रह किया तो महात्मा जी ने सभी लोगों को शांति से बैठने का... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 3 798 Share Radhakishan R. Mundhra 2 Feb 2022 · 3 min read *"ममता"* पार्ट-3 गतांक से आगे... अगले दिन शनिवार था, इसलिए राजेश को भी छुट्टी थी, दिन भर सब अपने अपने काम में व्यस्त थे. शाम को 5 बजे दोनों पति-पत्नी पड़ौसी दादाजी... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 1 742 Share Radhakishan R. Mundhra 1 Feb 2022 · 2 min read *"ममता"* पार्ट-2 गतांक से आगे. . . रात को उन्होंने दादाजी को ये बात बताई, हालाँकि दादाजी को भी बात अटपटी लगी मगर वे इसे टाल गए, बात आई गई हो गई.... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 1 612 Share Radhakishan R. Mundhra 31 Jan 2022 · 2 min read *”ममता”* पार्ट-1 बैंक मैनेजर राजेश का स्थानान्तरण शहर से उनके पैत्रिक गाँव में हो गया। गाँव के माहौल को देखते हुए उसकी पत्नी सरिता ने एक गाय पालने की इच्छा व्यक्त की.... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 1 693 Share