Ramesh Adheer Tag: ग़ज़ल/गीतिका 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ramesh Adheer 30 Apr 2022 · 1 min read हमारे बाबू जी (पिता जी) सपने में आये थे भैया आज हमारे बाबू जी। बालकनी से देते थे आवाज़ हमारे बाबूजी। उम्र गुज़र जाने पर भी जो जान नहीं हम पा पाये, खोल रहे थे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 7 8 541 Share Ramesh Adheer 19 May 2021 · 1 min read बारिश नहीं सबकी सगी बहुतों के चहरे लटकेंगे.... बारिश नहीं सबकी सगी बहुतों के चहरे लटकेंगे, झोंपड़ पट्टी वालों की आँखों से आँसू टपकेंगे। घास-फूस के छप्पर से जब घर में पानी टपकेगा, कुछ सामान समेटेंगे, कुछ भूखे... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 374 Share