Nitu Sah Tag: ग़ज़ल/गीतिका 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Nitu Sah 25 Jun 2022 · 1 min read वफ़ा के मूरत से झूठ बोलने की ये कैसी सज़ा पाईं हूं जिसे अपना कहती थीं आज उनके लिए पराई हूं । मंदिर की सिढ़िया चढ़ते -चढ़ते एक बात सीख आई हूं हवाओं से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 171 Share Nitu Sah 23 Jun 2022 · 1 min read कुछ रिश्ते कुछ रिश्तों का बोझ उठाना पड़ता हैं अपनों के सामने अपना ग़म छुपाना पड़ता हैं अपना,पराया महज़ एक खेल हैं माया का ना चाहकर भी कुछ रिश्ते निभाना पड़ता हैं।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 186 Share Nitu Sah 15 May 2022 · 1 min read अपने ही अपनों को जो दिखता हैं ओ होता कहां अपनों से भला कोई जीतता कहां।। सब मतलबी हों गए हैं लोग यहां अब लोगों में रहा ओ बात कहां।। होती थीं एक छत्त... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 143 Share Nitu Sah 3 May 2022 · 1 min read बहते हुए लहरों पे बहते हुए लहरों पे उसका नाम लिख आया हूं उसे भूल जाने का एक नया तरकीब सीख आया हूं।। कह दो उसे,अब ओ बेफिक्र होकर आएं-जाएं मेरे गलियों से क्योंकि... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 592 Share Nitu Sah 2 May 2022 · 1 min read वजह ढूंढोगे तो अंत हो जाएगा वज़ह ढूंढोगे तो अंत हो जाएगा फिर दूर-पास का क्या मतलब रह जाएगा। बेवजह उसकी खिड़कियों से ना झांको। वरना उसके गलियों में बेकार के तमाशा हो जाएगा। तुम तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 178 Share Nitu Sah 1 May 2022 · 1 min read क्यो बार-बार आजमाते हो मुझे क्यों बार-बार आजमाते हों क्या अब तक मुझे जान पाएं हों कितने वक़्त तो गुजर गए हैं साथ तेरे फिर क्यों ऐसा-वैसा इल्जाम मुझपे लगातें हो।। मैंने तो एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 139 Share Nitu Sah 7 Apr 2022 · 1 min read अगर उससे निगाहें मिला...समझो गले लगा लेता कभी-कभी मैं भी बजा लेता हूं शौक़ से शोहरतों की तालियां अगर उसे पा लेता,तो समझो सब कुछ पा लेता।। भीड़ में खड़ी थीं कुछ देर तक मेरे सामने अगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 186 Share Nitu Sah 5 Apr 2022 · 1 min read शमां देखकर ,दिल ना बहलाओ शमां देखकर ,दिल को ना बहलाओं जल जाओगे ,हर जगह पर ना मारों।। कि हम किसी और के हो चुके हैं हमें अपना कहने के गलतफहमी मत डालो।। यू बार-बार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 124 Share Nitu Sah 5 Apr 2022 · 1 min read मौन खड़े होते हैं अपने पड़ती हैं जब भी मुसीबत, इतिहास गवाही देता है। मौन खड़े होते हैं अपने बस दर्दे चीख सुनाई देती हैं।। आज़मा के क्या करेंगे ये दिल खेलने के चीज़ तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 274 Share Nitu Sah 2 Apr 2022 · 1 min read कैसे कहें उनसे कैसे कहें उनसे, हमें क्या होता है जब भी देखता हूं तुमको दिल हाथ से फिसल जाता है।। ना पूछो ये दिल क्या-क्या कहता जब भी देखता नहीं तुमको तेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 132 Share Nitu Sah 31 Mar 2022 · 1 min read दिया तो दिया मुहब्बत तेरी, जब दिया तो दिया बहुत कुछ। और जब लिया तो लिया बहुत कुछ।। मैं जिया तो जिया तेरे लिए उम्र भर। और तूने लूटा तो लूटा अपने दम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 135 Share