Dr.P.S.Shakya Tag: कविता 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr.P.S.Shakya 8 Nov 2018 · 1 min read डगर चला चल मुसाफिर डगर धीरे धीरे। कटेगा दुखों का सफ़र धीरे धीरे।। जो घेरें अंधेरे तो डरना नही है। असत रोके राहें तो रुकना नही है।। मिलेगा सवेरा मगर धीरे... Hindi · कविता 3 2 406 Share Dr.P.S.Shakya 7 Nov 2018 · 1 min read ज़िन्दगी एक सफर ज़िन्दगी एक ऐसा सफ़र है जो मानव जीवन की पराकाष्ठा को प्रमाणित करता है।इस सफर में गर्भावस्था से लेकर अंतिम यात्रा तक सम्बंन्धो और अनुबन्धों का सिलसिला अनवरत चलता रहता... Hindi · कविता 3 2 505 Share Dr.P.S.Shakya 4 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ है वरदान दृष्टि,नेह ममता बयारि, माँ है गुरुश्रेष्ठ ,पाठ गर्भ से पढ़ाया है । सबला है माँ तो सारे प्राणियों की पूजनीय, जन्म देव मुनि नर मांं से ही... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 28 516 Share Dr.P.S.Shakya 4 Nov 2018 · 1 min read मेरा देश अहिंसा प्रेम का जिसने दिया, संदेश प्यारा है। त्याग बलिदान से जिसने लिखा,इतिहास न्यारा है ।। जहां में है नहीं दूजा कि जैसा देश है, अपना हमारी जान से बढ़कर,... Hindi · कविता 1 2 444 Share