Pradeep Chauhan Language: Hindi 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Pradeep Chauhan 27 Apr 2022 · 1 min read पिता तेज धूप में खड़े रहें पर, बच्चों को देते छाया दिखलाते ना कष्ट किसी को,अजब पिता की है ये माया धीरज रखते सदा धरा सा,और गगन के जैसा मन धन्य... Hindi · मुक्तक 251 Share Pradeep Chauhan 27 Apr 2022 · 1 min read पिता की यादें याद मुझको पिता की रुलाती रही आंख भी अश्रुधारा, बहाती रही।। जिनकी आवाज से हम तो सहमे सदा उनकी आवाज कानों में आती रही।। डांटते थे मगर खूब समझाते वो... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 5 5 322 Share Pradeep Chauhan 17 Apr 2022 · 1 min read पिता याद मुझको पिता की रुलाती रही आंख भी अश्रुधारा, बहाती रही।। जिनकी आवाज से हम तो सहमे सदा उनकी आवाज कानों में आती रही।। डांटते थे मगर खूब समझाते वो... Hindi · कविता 1 166 Share