Pradeep Chauhan Tag: कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Pradeep Chauhan 17 Apr 2022 · 1 min read पिता याद मुझको पिता की रुलाती रही आंख भी अश्रुधारा, बहाती रही।। जिनकी आवाज से हम तो सहमे सदा उनकी आवाज कानों में आती रही।। डांटते थे मगर खूब समझाते वो... Hindi · कविता 1 166 Share