Preksha mehta Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Preksha mehta 29 May 2024 · 1 min read घुटन युवा मन,क्यों है इतना बैचेन, क्यों खो गया सुकूं और चैन। क्यों वे हमसे महसूस नहीं करते जुड़ाव, कहां ले जा रहा उन्हें भीतर का तनाव। रोज नित नए तरीके... Hindi · 25 कविताएं · कविता · बैचेन · युवा पीढ़ी 1 120 Share Preksha mehta 28 May 2024 · 1 min read *सृजन* साहित्य का सृजन, एक कला है अद्भुत, शब्दों से हो दोस्ताना तो, मन हो जाता अभिभूत अपने अपने समय के विचारों का खजाना है, और कहीं कहीं आम जिंदगी का... Hindi · 25 कविताएं · कविता 1 95 Share