Pravin Tripathi Tag: कुण्डलिया 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Pravin Tripathi 4 Dec 2016 · 1 min read कृष्ण पर एक कुंडलिनी कृष्ण पर एक कुंडलिनी... हे कृष्णा मुरली तेरी, मन को रही लुभाय। होंठो के स्पर्श को, सबका जी ललचाय। सबका जी ललचाय, मिटेगी कैसे तृष्णा। दो अब नेह लुटाय, हमारे... Hindi · कुण्डलिया 343 Share