प्रवीण श्रीवास्तव प्रसून Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रवीण श्रीवास्तव प्रसून 2 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल वो क्यों बोलने में सँभलते रहे लगा मुझको सच वो निगलते रहे वहाँ ख़ास की पूछ होती रही मियां आम थे हम तो टलते रहे मिरी ज़िन्दगी की कहानी छपी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 196 Share