Aditya Prakash Tag: कविता 50 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Aditya Prakash 9 Sep 2024 · 1 min read हर चीज से वीरान मैं अब श्मशान बन गया हूँ, हर चीज से वीरान मैं अब श्मशान बन गया हूँ, गमों को अब मैं अपने अंदर दफनाने लगा हूँ | Hindi · Sad Shayari · कविता 1 70 Share Aditya Prakash 15 Jun 2024 · 1 min read गरीबी लोगों की कहानियों में आज भी है गरीबी | कवियों की छंदों में आज भी है गरीबी | गरीब कम नहीं..... कोई गरीब धन से है कोई गरीब मन से... Hindi · कविता · गरीबी · गरीबी और लाचारी · राजनीति · सरकार 1 77 Share Aditya Prakash 14 Apr 2023 · 1 min read बाबा साहब आम्बेडकर जन्म लिया जाति महार में, विघ्नों को सजाया गले कि हार में, कुछ कर जाने की भूख थी, छुआछूत कुरीति उनके सम्मुख थी | रुकना कहाँ लिखा था उनके तकदीर... Hindi · कविता · बाबा साहेब आम्बेडकर 4 331 Share Aditya Prakash 10 Feb 2023 · 1 min read दर्द: एक ग़म-ख़्वार हर रोज खोजता हूँ तुम्हें कहाँ-कहाँ नहीं खोजा तुम्हें, पता भी है? हर तरफ खोजा तुम्हें | तू न मिली दिल को तो क्या हुआ? एक दर्द तो मिला..... अब... Hindi · Broken Heart · Love · कविता 2 350 Share Aditya Prakash 13 Jan 2023 · 1 min read एक हमदर्द थी वो......... बीमार हो, तबीयत ठीक नहीं ? पूछने वाला कौन बचा है अब? तेरे जाने के बाद रूठने पर मनाने वाला कौन बचा है अब? तू थी तो जिंदगी पूरी-सी लगती... Hindi · कविता · ज़ख़्म दिल का · दर्द 4 5 244 Share Aditya Prakash 26 Nov 2022 · 1 min read तूफान हूँ मैं वो हवा नहीं मैं जो थम जाए छोटी-छोटी बाधाओं से, मैं वो तूफान हूँ जो उड़ा दे चट्टान को भी, मैं वही तूफान हूँ जो बना दे सुराख़ गिरि में... Hindi · कविता · चक्रवात · तूफान · बवंडर 3 256 Share Aditya Prakash 23 Oct 2022 · 1 min read दिवाली दीपों का है पर्व दिवाली, सबके मन को खुश करनेवाली, तम से बाहर, दूर ले जानेवाली, लाती है यह पर्व सबों के जीवन में खुशहाली | बच्चे-बड़े उत्सुक होते, संध्या... Hindi · कविता · त्यौहार · दिवाली · दीपोत्सव 2 1 261 Share Aditya Prakash 20 Oct 2022 · 1 min read ऐ प्यारी हिन्दी...... ऐ प्यारी हिन्दी तू न होगी दूर मुझसे कभी, तू जो खो रही अपनी पहचान यहाँ, मत कर चिंता बस डटकर खड़ी रह वहाँ, एक विकास लहर आएगा, फिर सब... Hindi · कविता · कविता-हिन्दी · हिन्दी · हिन्दुस्तान 3 2 263 Share Aditya Prakash 15 Oct 2022 · 1 min read वीरों को युद्ध आह्वान..... प्रचंड है तू वीर है, वीर में गंभीर है, गंभीर में भी अधीर है, संकट आए और न जाए, आकर तुम से यदि टकराए, बन जाओ तुम भी पर्वत और... Hindi · कविता · मन को युवा कीजिए · युद्ध · वीर रस 4 346 Share Aditya Prakash 6 Oct 2022 · 1 min read एक नायाब मौका कितने दिन बाद मिले ऐसे क्यों आवाद मिले ? कुछ तो दिल में गम रखा होता ? कुछ तो आंसू आंखों में लाया होता? बिन आंसू के गम क्या? बिना... Hindi · कविता 2 315 Share Aditya Prakash 11 Sep 2022 · 1 min read संघर्ष पथ रख अपनी दिल में तू हौसला एक दिन कर लेगा तू फतेह विश्व को मत हारना हिम्मत तू, चाहे आए समंदर-पहाड़ तेरे आगे, चाहे कंटीले रास्ते हो तुम्हारे, चाहे आगे... Hindi · कविता 2 412 Share Aditya Prakash 9 Sep 2022 · 1 min read ऐ मेरे व्यग्र मन.... हताश ना हो, ऐ मेरे मन अगर पुष्पित फूल मुरझा गए तो क्या हुआ ? फिर मुरझाए फूलों के बीजों से नए पुष्प खिलेंगे और फैलाएँगे वे अपनी खुशबू दूर-दूर... Hindi · कविता 3 230 Share Aditya Prakash 11 Aug 2022 · 1 min read फल स्वास्थ्यकर है फल सबका पसंदीदा है फल, बेहद कीमती, बेहद जरूरी फल हमसब के लिए है अत्यंत जरूरी और मजबूरी, है सारा पोषकतत्व फल में, है यह सबसे भिन्न भक्ष्य... Hindi · कविता 4 357 Share Aditya Prakash 10 Aug 2022 · 1 min read उम्मीद पूर्ण व सुखद जिंदगी एक छोटी-सी जिंदगी में, रखोगे कितनों से गिले-शिकवे ? याद रखोगे क्या यही, कि झगड़े थे कितनों से ? जब दोस्तों में मनमुटाव हो जाए, मोहब्बत में धोखा मिल जाए,... Hindi · Poem · कविता 3 234 Share Aditya Prakash 20 Jul 2022 · 1 min read एक आशिक की संवेदना बेनज़ीर है ये दिल मेरा, तुम ना खेलो अब इससे, हूँ हो चुका परेशान खिलौना बनते-बनते | मोहब्बत था तुमसे किया मैंने, पर तुमने तो दगा ही दिया मुझे, जितनी... Hindi · कविता 2 362 Share Aditya Prakash 17 Jul 2022 · 1 min read राजनेता जो करते रहते रैलियों में देश के विकास की बात, जो करते बड़े-बड़े वादे मतदाताओं से, जो लिपट जाते मतदाताओं के पैरों में, जो देते लंबे-लंबे उबाऊ फरेबी भाषण, जो... Hindi · कविता 2 374 Share Aditya Prakash 10 Jul 2022 · 1 min read फ़रेब-ए-'इश्क़ दर्द दिया, जां ले ही लिया दिल को मेरे ले कहाँ गुम हो गए तुम, मैं ढूंढता फिरूँ तुझे, पर तू ना मिले कहीं मुझे, अब तू ही बता करूँ... Hindi · कविता 3 2 896 Share Aditya Prakash 30 Jun 2022 · 1 min read बारहमासी समस्या ऐ राही रास्ते हैं कठिन कैसे चल पाओगे इस रास्ते? गर्मियों में, ऐ राही होती हर तरफ कंटीली-कंटीली झाड़ियाँ, ठोस औ तपी होती है भू, नाजुक पग रखने से ही... Hindi · कविता 3 355 Share Aditya Prakash 29 Jun 2022 · 1 min read एक प्रश्न तिनका तिनका-सा हो गया तुझसे बिछुड़कर, सारा उम्मीद खो दिया मेरा यह जीवन तुझसे दूर होकर, चाहा था जितनी नजदीकियाँ बढ़े उतनी ही फासले आ गए, तेरे जाने के बाद... Hindi · कविता 3 418 Share Aditya Prakash 13 Jun 2022 · 1 min read हमारे शुभेक्षु पिता जो करते मेहनत दिन-रात, जो हमेशा करते ख्वाहिशें पूरी अपने बच्चों की, यही अदा अपने पिता की लगती सभी बच्चों को प्यारी | जो जुटे रहते हमेशा दिन के धूप... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 4 395 Share Aditya Prakash 1 Jun 2022 · 1 min read युद्ध आह्वान रक्तरंजित हो भू पर गिरा हुआ था मैं एक दिन, उसी समय, समय देखते आ खड़ा हुआ तूफां मेरे सामने, मैं थका-माँदा-सा था, कुछ कह न सका, कुछ कहने की... Hindi · कविता 4 1 1k Share Aditya Prakash 1 Jun 2022 · 1 min read जिंदगी: एक संघर्ष मुझे ना कोई आशा है और ना ही मैं उम्मीद रखता हूँ, दूसरों के आगे गिड़गिड़ाने से बेहतर मैं खूद के पैरों पर खड़े हो जाना चाहता हूँ | चाहत... Hindi · कविता 2 1k Share Aditya Prakash 27 May 2022 · 1 min read मन की उलझने जब पढ़ने बैठता हूँ गणित तब अंग्रेजी पढ़ने का मन करता है, और जब अंग्रेजी पढ़ने लगता हूँ तब गणित मन में चलने लगता है, जब फिर से गणित बनाने... Hindi · कविता 3 458 Share Aditya Prakash 10 May 2022 · 1 min read एक संकल्प मैं तूफान-सा, आँधी-सा चला आऊँगा जले हुए दीप में मैं खुद को जला जाऊँगा, ये दीवार-ना रोकेगी मुझको, ये पहाड़ ना रोक पाएगा हर क्षण, हर पल मैं अपनी गति... Hindi · कविता 3 470 Share Aditya Prakash 6 May 2022 · 1 min read ग़म-ए-दिल.... बेदर्द है, बेजान हैं मेरे दिल को सबसे पहचान है कभी टूट जाता है कभी रूठ जाता है पता नहीं क्यों यह मेरे शरीर में बेजान रह जाता है? गम... Hindi · कविता 2 2 572 Share Aditya Prakash 4 May 2022 · 1 min read अलबेले लम्हें, दोस्तों के संग में...... ऐ मेरे दोस्त तुमसे जुदा होके पता नहीं कहाँ खो गए हम? जब जब भी तेरी यादें आती तब आँखें नम-नम सी हैं हो जाती | तुम्हारे संग वर्ग में... Hindi · कविता 2 661 Share Aditya Prakash 1 May 2022 · 1 min read एक जंग, गम के संग.... उदास-सा रहता हूँ पानी-सा बहता हूँ गम की इस महफिल में, हँसना तो आता नहीं रोना भी भूल जाता हूँ, बनना चाहता हूँ तूफान पर हवा बनकर ही रह जाता... Hindi · कविता 2 3 673 Share Aditya Prakash 6 Apr 2022 · 1 min read तन्हा गुमनाम जिंदगी जीता हूँ, दिल में दर्द है, फिर भी होठों पर मुस्कराहट लिए फिरता हूँ, तन्हा ही जीवन का सार है, यह बात क्यों मैं बार-बार जीवन से ही... Hindi · कविता 1 218 Share Aditya Prakash 25 Mar 2022 · 1 min read तन्हा बिछड़ने का तेरी जुल्फें हैं काली काली, चमचमाती- सी नयन है तुम्हारी तेरे लाल से गाल, उस लाल गुलाबी होठों को सोचकर, बार बार तेरी याद आ जाती है और तब नम-नम... Hindi · कविता 1 351 Share Aditya Prakash 18 Mar 2022 · 1 min read होली रंगों का पर्व यह है, मर्म इसका गुलाल है, जब तक ना गुलाल हो गालों पे तब तक ना शोभेगा मर्म इसका, यह पर्व है दूरियां घटाने का, अपनों के... Hindi · कविता 2 277 Share Aditya Prakash 11 Mar 2022 · 1 min read एक कदम बुराइयों के खिलाफ क्या खूब है यह दुनिया, अच्छे लोग हैं पिस रहे, ईमानदार लोग हैं घिस रहे, बुरे लोग हैं चैन से जी रहे, कुछ कहूं भी तो क्या कहूं, यहां एकता... Hindi · कविता 264 Share Aditya Prakash 8 Mar 2022 · 1 min read एक जंग कर्म करो तुम कर्म करो, दुनिया में अधर्म ना होने दो, जलती हुई दीपक में तुम ना पानी किसी को देने दो, जब एक बार बुझ जाएगी दीपक, भर जाएगा... Hindi · कविता 1 2 234 Share Aditya Prakash 10 Feb 2022 · 1 min read एकत्व आवाज ना मैं राम बन सकता ना मैं कृष्ण बन पाता हूँ, हर तरफ हो रहा शोर-शराबा माफ़िया लोगों के लिए मार काट तो है रोजों का धंधा, दुनिया की इस... Hindi · कविता 3 349 Share Aditya Prakash 7 Feb 2022 · 1 min read हार-जीत यह हार भी एक जीत है, यह जीत भी एक हार हैं, मान या ना मान तू, यह जीवन का ही असरार है | जो है हार गया वो, फिर... Hindi · कविता 1 259 Share Aditya Prakash 7 Feb 2022 · 1 min read एक अमुल्य रत्न : लता मंगेशकर है जिसे कहा जाता स्वर कोकिला वह अब तो रही नहीं, है जिसके राग से लगता धरा ऊपर है, अंबर नीचे वह अब तो रही नहीं | बुझ गया एक... Hindi · कविता 3 3 242 Share Aditya Prakash 5 Feb 2022 · 1 min read ज़ीनत-ए-भ्रम रंग ना देखो, देखो ना निरुपम चेहरा, यह भ्रम-सी सुंदरता आज है यकिं नहीं कल रहेगी भी | यह वक्त का ही तो इंद्रजाल है, जो निरूपम सा चेहरा लिए... Hindi · कविता 1 2 257 Share Aditya Prakash 2 Feb 2022 · 1 min read दुखद समय है जीवन भरा दुखों से पर मत घबराना इनसे यह करेंगे परेशान तुम्हें हर रोज, दिन-रात तुम्हें पर सहमना मत तुम इनके अन्याय से बस तू रहना अपने ज़िद पर... Hindi · कविता 1 258 Share Aditya Prakash 25 Jan 2022 · 1 min read मन की लफ्ज़ें हूं मैं फंसा एक अजीब लफ्ज़ों में सोच-सोचकर हूं परेशान हर पल हर क्षण तेरी हल में है मैंने किया ज़ाया वक्त अपना हर कार्य, परिस्थिति में मैंने है किया... Hindi · कविता 1 358 Share Aditya Prakash 24 Jan 2022 · 1 min read संविधान है संविधान नियमों का संग्रह जिसमें है होता प्रावधानों का भंडार है जो करता किसी देश के नागरिकों का संरक्षण | है संविधान बताता किसी देश की शासन व्यवस्था, अगर... Hindi · कविता 1 489 Share Aditya Prakash 24 Jan 2022 · 1 min read गणतंत्र दिवस जब किसी देश में है होता सरकार का चुनाव और हैं वे चुने जाते जनता के द्वारा ऐसी शासन प्रणाली है कहलाती गणतंत्र, एक गणतंत्र देश में होती है एक... Hindi · कविता 2 367 Share Aditya Prakash 23 Jan 2022 · 1 min read परिश्रम है जीवन भरा मुश्किलों से पग पग पर हैं बाधाएं खड़ी दूर मंजिल तक पहुंचने के लिए हमें है पार करना हर बाधाओं को है इस काम को करने के... Hindi · कविता 1 277 Share Aditya Prakash 23 Jan 2022 · 1 min read वसंत की सीख वसंत के इस मौसम से है तुम कुछ सीखो, जब सारी सुखी-सड़ी पत्तियां है गिर जाती, तब नई-नई पत्तियां फिर से हैं आ जाती, नई-नई पत्तियां, फूलों के संग है... Hindi · कविता 2 2 583 Share Aditya Prakash 23 Jan 2022 · 1 min read ऐ राह के मुसाफिर ऐ राह के मुसाफिर रास्ते हैं कठिन, चलना संभल-संभल के राह में तेरी पत्थर से होगी मिलन हर पत्थर को तू बना धूल बढ़ते रहना, चलते रहना ऐ राह के... Hindi · कविता 1 242 Share Aditya Prakash 23 Jan 2022 · 1 min read एक विनती बुझ गया दीप-ए-गुलशन कुछ पल के झोंको से ही, ढह गए सपने हजार कुछ पल की गलतियों से ही। सोचा कुछ कर दूं नया, बस सोचता ही रह गया। सपनों... Hindi · कविता 1 222 Share Aditya Prakash 23 Jan 2022 · 1 min read बादल आओ बादल, आओ बादल गर्मी दूर भगाओ बादल सुखी हुई जमीन पर बरसाओ बादल और उसको हरियाली बनाओ बादल किसानों को लाभ पहुंचाओ बादल आओ बादल, आओ बादल। आओ बादल,... Hindi · कविता 1 353 Share Aditya Prakash 23 Jan 2022 · 1 min read समय निकल गया, निकल गया समय हाथ से निकल गया सोचा था जो कर दिखलाऊंगा वो तो बस ख्वाबों में ही रह गया निकल गया, निकल गया समय हाथ से निकल... Hindi · कविता 1 181 Share Aditya Prakash 23 Jan 2022 · 1 min read आलस्य नींद खुली तो, मैं उठ जाऊं और सपनों से बाहर आकर सुबह की सुहावनी हवा में जाकर, थोड़ा मैं घुमना चाहुं पर आलस में आकर फिर बिस्तर पर सो जाऊं,... Hindi · कविता 339 Share Aditya Prakash 23 Jan 2022 · 1 min read एक चुनौती दिल चाहता, तेरे रुकने के लिए कर दूँ एक पत्र तेरे नाम, मगर हो गया सोचते-सोचते मैं बेचैन-सा विराम | है मुझमें नहीं वह हिम्मत जो मैं लिख सकूं पत्र... Hindi · कविता 217 Share Aditya Prakash 23 Jan 2022 · 1 min read वसंत ऋतु हो गया है वसंत का आगमन चिड़ियों की चह चह ने पुष्पों की मुस्कुराहटों ने है दे दी वसंतागमन का संदेश | है भरा पड़ा बाग बगीचा नव पुष्पित व... Hindi · कविता 291 Share Aditya Prakash 23 Jan 2022 · 1 min read इश्क शब्द दुनिया है फंस चुकी इस शब्द के जाल में, है यह शब्द इश्क सबों के दिमाग में | इश्क ने है जान ले ली कई किशोरों की, है इसने बर्बाद... Hindi · कविता 1 363 Share