सौरभ कुमार प्रजापति 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सौरभ कुमार प्रजापति 8 Mar 2017 · 1 min read मेरी माँ ♥ज़िन्दगी की तपती धूप में एक तनहा साया पाया है मैंने। जब खोली आँखें तो अपनी माँ को मुस्कुराता हुआ पाया मैंने। जब भी माँ का नाम लिया। उसका बेशुमार... Hindi · कविता 715 Share सौरभ कुमार प्रजापति 4 Mar 2017 · 1 min read मेरा साथ निभाना तुम ?मैं बसंत हूँ,मेरी बहार बन जाना तुम। मैं सूरज बनूँ तुम्हारा,मेरी किरण बन जाना तुम। बन के मेरे जीवनसाथी मेरा साथ निभाना तुम। जब लडख़ड़ाहूँ मैं ठोकर खाकर,बाँहों में अपनी... Hindi · कविता 777 Share