*प्रणय* Language: Urdu 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय* 5 Mar 2024 · 1 min read #चिंतन #चिंतन ■ सबसे__अच्छा_बुरा_वक़्त 【प्रणय प्रभात】 बुरे वक्त से ज़्यादा अच्छा वक्त कोई हो ही नहीं सकता। इसमें पता चलता है कि आप कितनी ग़लतफ़हमियों, कितने मुगालतों में जी रहे थे... Urdu · आज की बात 152 Share *प्रणय* 23 Dec 2022 · 1 min read ■ क़तआ (मुक्तक) ■ बदले हुए दौर में.... ख़तरा दुश्मनों से कम दोस्तों से ज़्यादा है। बाहर वालों से नहीं, घर वालों से है। पराए एक बार रहम कर भी दें। अपने शायद... Urdu 1 309 Share *प्रणय* 22 Dec 2022 · 1 min read ■ संवेदनशीलता इंसान में इंसानियत ही न हो तो काहे का इंसान? संवेदना और करुणा सर्वोच्च मानवीय गुण है। वैसे भी हमारी सनातन संस्कृति दया की प्रबल पक्षधर है, जिससे हम बाल्यकाल... Urdu 1 308 Share *प्रणय* 22 Dec 2022 · 1 min read ■ आज का शेर हर रिश्ते का नाम हो, ज़रूरी नहीं। कोई रिश्ता अनाम भी होता है। #प्रणय_प्रभात Urdu 1 197 Share *प्रणय* 21 Dec 2022 · 1 min read ■ क़तआ / किरदार 👉 क़तआ / किरदार 【प्रणय प्रभात】 "तेरे किरदार के हैं पहलू दो, अब यकीं बन चुका है अंदाज़ा। ख़ास के वास्ते अलग खिड़की, आम के वास्ते है दरवाज़ा।।" #प्रभात_प्रणय Urdu · Daily Writing Challenge 2 238 Share