*प्रणय* Tag: शिवागीत 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय* 18 Feb 2023 · 1 min read ■ आह्वान करें... #कविता:– ■ शिव समाधिस्थ आह्वान करें…!! 【प्रणय प्रभात】 था हर्ष कभी अब महा-शोक। चंदन-वन है अब नाग-लोक। जितनी शाखें उतने भुजंग। सब दम साधे सब आज दंग। विष-दंतों के तीखे... Hindi · आस्था · कविता · धर्म · शिवागीत · सम सामयिक 1 215 Share