*प्रणय* Tag: व्यंग्य कविता 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय* 19 Jun 2023 · 1 min read 👺 #स्टूडियो_वाले_रणबांकुरों_की_शान_में... 👺 #संशोधित_कविता ■ स्टूडियो वाले मीडिया के फ़र्ज़ी रणबांकुरों और पूर्वाग्रह-पीड़ित बड़बोले क़लमकारों की थोथी शान को सधिक्कार समर्पित...। 【प्रणय प्रभात】 "चैनल के बड़बोलों के मुंह, हमने सुनी कहानी थी।... Hindi · फ्रीस्टाइल हास्य-व्यंग्य · राजनैतिक साहित्य · व्यंग्य कविता 1 247 Share *प्रणय* 5 Jun 2023 · 1 min read #उल्टा_पुल्टा #उल्टा_पुल्टा ■ कोई चुनाव आने को है 【प्रणय प्रभात】 "जुगनू के चरणों में तारे तारों की स्तुति चाँद करे। चंदा के पग धोए सूरज सूरज के पग यह सृष्टि गिरे।... Hindi · राजनीति · व्यंग्य कविता · हिंदुस्तान 1 305 Share *प्रणय* 4 May 2023 · 3 min read #व्यंग्य_काव्य #व्यंग्य_काव्य ■ जूतों का आत्म-कथ्य... 【प्रणय प्रभात】 हम भदरंगे हम कटे-फटे टूटे से हम अपनी किस्मत पर रूठे-रूठे से। हम वो जिनके हैं दाग़ बदन पर भारी, हम वो जिनकी... Hindi · व्यंग्य कविता · सम सामयिक · साहित्य · हिंदुस्तान 1 533 Share *प्रणय* 1 Mar 2023 · 1 min read ■ नई महाभारत.. #सामयिक_रचना ◆सिंहासन सब देख रहा है◆ 【प्रणय प्रभात】 चक्षुहीन धृतराष्ट्र मौन है ना जाने अब भीष्म कौन है? धर्मराज पाँसों में उलझे पांचाली के केश न सुलझे। अर्जुन गहन सोच... Hindi · राजनीति · विडम्बना · व्यंग्य कविता · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 3 446 Share *प्रणय* 1 Feb 2023 · 1 min read ■ काव्यमय उलाहना.... #मृतपूजकों_को_समर्पित ■ ये कहता. अगर बोल पाता तो....! 【प्रणय प्रभात】 "बंद करो यह रोना-गाना, घड़ियाली आँसू टपकाना। बेमतलब का शोर मचाना, जबरन का माहौल बनाना। बंद करो फौरन लफ़्फ़ाज़ी, बंद... Hindi · कविता · व्यंग्य कविता · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 217 Share