*प्रणय* Tag: प्रणय की लघुकथा 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय* 14 Nov 2024 · 1 min read #लघुकथा- #लघुकथा- ■ *सब से बड़े दानदाता।* 【प्रणय प्रभात】 सुबह आंख खुलते ही मोबाइल खोला। फेसबुक खुलते ही पता चला कि अमर लाल मर गए। रात तक अच्छे भले थे। सुबह... Hindi · प्रणय की लघुकथा 1 25 Share *प्रणय* 1 Nov 2024 · 1 min read #लघुकथा / #भड़ास #लघुकथा / #भड़ास ★प्रणय प्रभात★ सोशल मीडिया के मंच पर पिनपिना रहे थे द्वारिकानाथ। बिना नाम लिए कोस रहे थे किसी हडपखोर को। पता चला कि स्टेंडर्ड के चक्कर में... Hindi · प्रणय की लघुकथा 1 33 Share *प्रणय* 29 Oct 2024 · 2 min read #लघुकथा- #लघुकथा- ■ जय बड़प्पन। [प्रणय प्रभात] बहुत बड़े नेताजी दल-बल के साथ दौरे पर निकले। मीडिया वालों का क़ाफ़िला रोज़ की तरह उनके पीछे था। अचानक एक जगह नेता जी... Hindi · प्रणय की लघुकथा 1 34 Share *प्रणय* 27 Oct 2024 · 1 min read ■ लघुकथा / क्लोनिंग ■ लघुकथा / क्लोनिंग 【प्रणय प्रभात】 बेहद अकड़ैल, अशिष्ट था साबूलाल। इकलौते सपूत के तौर पर मिली पुश्तैनी संपत्ति और सरकारी नौकरी ने बेहूदगी के करेले को नीम चढ़ा बना... Hindi · प्रणय की लघुकथा 1 33 Share *प्रणय* 10 Sep 2024 · 1 min read #लघुकथा / #विरक्त #लघुकथा- ■ विरक्त 【प्रणय प्रभात】 बड़े दिनों बाद आज चमन लाल जी मिल गए। दुआ सलाम के बाद शुरू हुआ हालचाल का दौर। पूछा तो बोले- "बस, अब विरक्त हो... Hindi · प्रणय की लघुकथा · लघुकथा 1 50 Share *प्रणय* 13 Aug 2024 · 2 min read #लघु_तथा_कथा #लघु_तथा_कथा ■ छोटीं राहत, बड़ी मुसीबत।। 【प्रणय प्रभात】 झप्प की आवाज़ के साथ ही बिजली गुल हो गई। सिर-दर्द से बेहाल विनय ने चैन की सांस ली। आज वो बिजली... Hindi · प्रणय की लघुकथा · लघुकथा 1 85 Share *प्रणय* 18 Jul 2024 · 1 min read #लघुकथा- #लघुकथा- ■ क्या देखना...? 【प्रणय प्रभात】 चोखेलाल और अनोखेलाल एक सभा में आ रहे बड़े नेता को देखने पहुंचे। देर तक इंतज़ार के बाद नेता जी के आने के संकेत... Hindi · प्रणय की लघुकथा 1 81 Share *प्रणय* 12 Jun 2024 · 2 min read #लघुकथा- #लघुकथा- ■ कैसे बुझे ये आग...? 【प्रणय प्रभात】 नगर पंचायत के बरामदे में खड़ी रुकमणी गुस्से से बेहाल थी। वजह थी हर महीने मुफ़्त की रक़म पाने वाली महिलाओं की... Hindi · प्रणय की लघुकथा 1 94 Share *प्रणय* 1 Jun 2024 · 1 min read #लघुकथा- #लघुकथा- ■ वको ध्यानम् 【प्रणय प्रभात】। शहर भर में बाबा हंसदास की चर्चा थी। चर्चा का विषय थी बाबा की ध्यान साधना। जो इस बार पूरे 72 घण्टे चलने वाली... Hindi · प्रणय की लघुकथा 1 89 Share *प्रणय* 26 May 2024 · 1 min read #लघुकथा #लघुकथा ■ खत्म हुई तलाश...। (प्रणय प्रभात) स्व-घोषित समझ और स्व-पोषित आत्म-मुग्धता से ग्रस्त एक स्वयंभू ज्ञानी ने अच्छों और अच्छाई की तलाश में दुनिया की खाक़ छानी। इस कोशिश... Hindi · प्रणय की लघुकथा 1 97 Share