*प्रणय* Tag: ख्वाब 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय* 20 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का शेर "ख़्वाब की दुनिया का वास्ता खुली आँखों और दिन के उजालों से नहीं हो सकता। ख़्वाब चेतन नहीं अर्द्धचेतन मन की विरासत है।" 【प्रणय प्रभात】 Hindi · ख्वाब · शेर 1 309 Share