*प्रणय* Tag: आज का आभास 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय* 30 Sep 2024 · 1 min read #आज_का_आभास- #आज_का_आभास- ■ मैं तो हूँ, आपकी आप जानें। 【प्रणय प्रभात】 स्वार्थी संसार में हर उपयोगी इंसान की हैसियत एक गन्ने की तरह है। जिसे अंतिम बूंद तक के लिए तोड़ा,... Hindi · आज का आभास 1 32 Share *प्रणय* 28 Sep 2024 · 1 min read 😢आप ही बताएं😢 😢आप ही बताएं😢 जंगलराज में उन निरीहों की नाराज़गी का क्या मोल, जो किसी का भुट्टा न उखाड़ पाएं। ■प्रणय प्रभात■ Hindi · आज का आभास · आज का सवाल 1 45 Share *प्रणय* 22 Sep 2024 · 1 min read 😢विडम्बना😢 😢विडम्बना😢 हमारे देश में अब यह नहीं देखा जाता कि रचना "कैसी" है। देखा यह जाता है कि "किसकी" है।। 🙅प्रणय प्रभात🙅 Hindi · आज का आभास · विडम्बना 1 37 Share *प्रणय* 18 Sep 2024 · 1 min read 🙅शाश्वत सत्य🙅 🙅शाश्वत सत्य🙅 "दैवीय और आसुरी" मात्र प्रवृत्ति होती है, कोई वर्ग या व्यक्ति नहीं। उदाहरण हज़ारों हैं। 👌प्रणय प्रभात👌 Hindi · आज का आभास · आज का विचार 1 57 Share *प्रणय* 5 Jul 2024 · 2 min read पाप के छेदों की एम्बाडरी (रफु ) के लिए एक पुस्तक है। जीसमे #आज_का_आभास ■ क्यों कहा- "आ बैल, मुझे मार...?" 【प्रणय प्रभात】 पाखंड-लोक पर कटाक्ष करती मेरी चार पंक्ति की एक पोस्ट पर आज एक "फेसबुकी फ्रेंड" ने आठ पंक्तियों का निरर्थक... Hindi · आज का आभास · आज की बात 1 59 Share