*प्रणय* Tag: अहसाद 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय* 8 Feb 2023 · 1 min read ■ आज का शेर ■ शेर का मन्तव्य- 【प्रणय प्रभात】 ऐसा दिमाग़ की दुनिया नहीं केवल दिल की बस्ती में ही मुमकिन है। ये जो दिमाग़ होता है ना, वो ना नमी का अहसास... Hindi · अहसाद · जज़्बात · दो पँक्ति दिल की कलम से · शेर 2 254 Share