पूनम झा 'प्रथमा' Tag: मुक्तक 17 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पूनम झा 'प्रथमा' 10 Jan 2019 · 1 min read शूल हर किसी से इतना अपनापन न जताया करो। हर राज उसे अपना समझकर न बताया करो। कौन कब दिल में शूल चुभाकर जख्म दे जाए- ऐ दिल खुद को कमजोर... Hindi · मुक्तक 1 369 Share पूनम झा 'प्रथमा' 26 Feb 2018 · 1 min read "मुक्तक" शून्य में ताकना कभी-कभी अच्छा लगता है । अतीत में छांकना कभी-कभी अच्छा लगता है । सूख चुके मन के घाव को कुरेद कर सहलाना- आंसुओं से धोना कभी-कभी अच्छा... Hindi · मुक्तक 1 351 Share पूनम झा 'प्रथमा' 26 Oct 2017 · 1 min read लहरें दुनियां रूपी समुंदर लहरें खूब उठाती है, संकटों के भेष में आकर ये खूब डराती है, रखो आत्मविश्वास डगमगाने मत दो नैया- थम जाएगा तूफां जो शोर खूब मचाती है... Hindi · मुक्तक 2 411 Share पूनम झा 'प्रथमा' 18 Apr 2017 · 1 min read ** मुक्तक ** रिश्ते एक तरफा, निभाये नहीं जा सकते। फिर भी कुछ रिश्ते, मिटाये नहीं जा सकते। खून के रिश्ते या दिल के,जताना जरूरी है प्यार जताए बिना, समझाये नहीं जा सकते।... Hindi · मुक्तक 1 413 Share पूनम झा 'प्रथमा' 6 Feb 2017 · 1 min read ** मुक्तक ** साथ चलने वाले भी दिल से साथ नहीं होते हैं चेहरे पर मुस्कान, पर दिल में नफरत होते हैं खा ही जाते हैं धोखा, संभलकर चलने वाले भी सच्चाई के... Hindi · मुक्तक 1 569 Share पूनम झा 'प्रथमा' 9 Jan 2017 · 1 min read **मुक्तक ** लेनी-देनी ----------- साथ तो यहाँ से कुछ न जानी करते फिर भी सब बेईमानी रहते लिप्त लेनी-देनी में यहाँ नेता क्या,बड़े गुणी और ज्ञानी । @पूनम झा। कोटा, राजस्थान ############### Hindi · मुक्तक 1 318 Share पूनम झा 'प्रथमा' 3 Jan 2017 · 1 min read जय श्री राधे कृष्णा ---------------------------- कहे राधा, रंग जाऊँ श्याम तेरे रंग में सुध बुध खोयी नाचूं श्याम तेरे संग में क्या हूँ बिन तेरे,बन जाऊँ मैं माला ही माला शोभित होऊँ श्याम तेरे... Hindi · मुक्तक 1 378 Share पूनम झा 'प्रथमा' 1 Jan 2017 · 1 min read मुक्तक ......नव वर्ष का अभिनंदन नव वर्ष का अभिनंदन -------- आशाओं के दीपक जलते रहे दुआएं एक दूसरे को मिलते रहे बड़ों का आशीर्वाद छोटे से प्यार के साथ जीवन यूं ही चलते रहे ।... Hindi · मुक्तक 1 1k Share पूनम झा 'प्रथमा' 25 Dec 2016 · 1 min read नमन ..... हकीकत की दुनियां का हम चयन करते हैं ख्वाबों की दुनियां को साथ में वहन करते हैं बदल जाता है ख्वाब जब कभी हकीकत में ऐसे हकीकत को दिल से... Hindi · मुक्तक 695 Share पूनम झा 'प्रथमा' 22 Dec 2016 · 1 min read सुनो दोस्त ....... सुनो दोस्त ......... हाले दिल कहा मैंने अब कहो तुम भी अर्शों बाद मिले हैं , सुनें कुछ हम भी गम बाँट लें करें मन हल्का अब अपना दुआ करें... Hindi · मुक्तक 409 Share पूनम झा 'प्रथमा' 1 Dec 2016 · 1 min read जज्बा बेटी का ........... बेटी समझकर मेरी हिम्मत को कम मत समझना। जज्बा बेटी का ........... बेटी समझकर मेरी हिम्मत को कम मत समझना। पढ़ने की ललक है अनपढ़ रहूँ ये तुम मत समझना। मन में जज्बा हो तो कोई बाधा रुकावट... Hindi · मुक्तक 497 Share पूनम झा 'प्रथमा' 27 Nov 2016 · 1 min read जय माँ शारदे ........ ------------------------- कलम तू ऐसे चल कि शब्दों की मर्यादा बनी रहे। जय माँ शारदे ........ ------------------------- कलम तू ऐसे चल कि शब्दों की मर्यादा बनी रहे। रचे जब कोई रचना तो रचनाओं की मर्यादा बनी रहे। ओ सरस्वती के शिष्य,रची तेरी... Hindi · मुक्तक 1 1k Share पूनम झा 'प्रथमा' 26 Nov 2016 · 1 min read *गुलाब *.......सुर्ख लाल कली मैं गुलाब की। **गुलाब** --------- सुर्ख लाल कली मैं गुलाब की। खिली बाग में,नहीं कोई ख्वाब की। आशिक की खुशी में बसती हूँ , बाँटते प्यार मुझसे बेहिसाब की। @पूनम झा|कोटा ,राजस्थान | Hindi · मुक्तक 347 Share पूनम झा 'प्रथमा' 24 Nov 2016 · 1 min read "अपने" कितने अपने :- ----------------------- कई अपनों को पराये होते देखा है हमने। "अपने" कितने अपने :- ----------------------- कई अपनों को पराये होते देखा है हमने। आपस में फूट डालकर मुस्कुराते देखा है हमने। हर तूफानों का सामना अकेले करना पड़ता है अपनों... Hindi · मुक्तक 1 260 Share पूनम झा 'प्रथमा' 17 Nov 2016 · 1 min read हे मुरारि, जय राधे कृष्ण ,श्याम जपूं। हे मुरारि, जय राधे कृष्ण ,श्याम जपूं। गोपाल जपूं,घनश्याम जपूं। हूँ दर्शन की अभिलाषी , मैं तो हर पल तेरा नाम जपूं। #पूनम_झा।कोटा ,राजस्थान | 17-11-16 ................. Hindi · मुक्तक 1 554 Share पूनम झा 'प्रथमा' 16 Nov 2016 · 1 min read आतंकित है बेईमान,जारी इस फरमान से। मुँह लटकाये गद्दार,चलते थे जो अभिमान से। मुक्तक : ...... आतंकित है बेईमान,जारी इस फरमान से। मुँह लटकाये गद्दार,चलते थे जो अभिमान से। उन्नति की ओर उन्मुख होते कदम देख मुस्कुराई भारती मोदी के इस अभियान से।... Hindi · मुक्तक 316 Share पूनम झा 'प्रथमा' 11 Nov 2016 · 1 min read सन्देश देती है दीपक सन्देश देती है दीपक .......... ************************* बिना घी बाती , दीप न जले। वफा सत्य बिना प्रीत न चले। कर्म में जतन , दिल में लगन निडर भाव बिना जीत... Hindi · मुक्तक 242 Share