Pooja Singh 62 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Pooja Singh 22 Apr 2025 · 1 min read अनित्य जगत में स्थायित्व की खोज इस अनित्य जगत की सृष्टि में , हम नित्य नयी योजना गढ़ते हैं l अस्थायी ढांचों के ऊपर , स्थायित्व की मंशा रखते हैं l रेत से फिसलते जीवन में... Hindi · कविता 180 Share Pooja Singh 14 Aug 2024 · 1 min read हम आज़ाद या गुलाम ? आज़ाद नहीं हम फिर भी , आज़ादी का ढोंग दिखाए फिरते हैं। हैं तो अपने मन के गुलाम पर , दुनिआ मुट्ठी में करना चाहते हैं।।१।। सुबह शाम बस एक... Hindi · कविता 1 430 Share Pooja Singh 5 Jun 2024 · 1 min read हम हिन्दू हैं हम हिन्दू हैं , हम जातिवाद में बटे हुए l और परिवारवाद में सने हुए , मुफ्त की गोली खाने वाले ll हम हिन्दू हैं ! देश धर्म से हमको... Hindi · कविता 1 214 Share Pooja Singh 21 Apr 2024 · 2 min read मै श्मशान घाट की अग्नि हूँ , मै श्मशान घाट की अग्नि हूँ , मैं हरिश्चंद्र का सन्नाटा l और मणिकर्णिका का ताप हूँ l मैं श्मशान घाट की अग्नि हूँ ll1ll मैं श्मशान की अग्नि हूँ... Hindi · कविता 2 345 Share Pooja Singh 28 Feb 2024 · 1 min read Thunderbolt When thunderbolt, strikes to heart, Heart pumps, but inside there is blast. Face smiles, but heart cries, Mouth eats, but throat dries. Leg moves, but mind stuck. Hand works, but... English · Poem 350 Share Pooja Singh 11 Feb 2024 · 2 min read मेरे पापा पिता आपके ऋण से मैं कैसे उऋण हो पाऊँगी l इस सुख दुःख की पगडण्डी पे कैसे चल पाऊँगी ll बचपन से लेके आजतक जब कोई उलझन आजाती थी l... Hindi · कविता 271 Share Pooja Singh 21 Sep 2023 · 1 min read Second Chance O Krishna O Krishna ! You never left me for a while. My faith is so weak, That I shattered and cry. I failed to understand, Your intention behind action... English · English Poem 2 2 433 Share Pooja Singh 2 Sep 2023 · 1 min read मन का कारागार मन मेरा कारागार प्रभु , आत्मा इसकी बंधक है l मोह पाश का बंधन बांधे , कैसे इसको पार करू ? इच्छाओं की मोटी दीवार , उस पर तीन गुणों... Hindi 3 515 Share Pooja Singh 2 Aug 2023 · 1 min read मैं गोलोक का वासी कृष्ण मैं गोलोक का वासी कृष्ण , इस सृस्टि का निर्माता हूँ I विशाल ग्रह नक्षत्र और तारे, मैं सबको धारण करता हूँ ll १ ll मैं गोलोक का वासी कृष्ण... Hindi · कविता 4 704 Share Pooja Singh 12 Jul 2023 · 2 min read भीष्म देव के मनोभाव शरशैय्या पर बाणों की शैया पर लेटे, धर्म का सूरज उगते देखे। तन से कैसे प्राण ये निकले , शिक्षा इसकी भीष्म हैं देते।। १।। मन मेरे तू रम जा रे ,... Hindi · कविता 3 1 537 Share Pooja Singh 30 Jun 2023 · 2 min read जगन्नाथ रथ यात्रा जगत के नाथ जगन्नाथ , दर्शन देने निकले हैं l भगत से मिलने को आतुर , चौखट पार कर निकले हैं ll १ ll सुदर्शन धारी श्री जगन्नाथ, माता सुभद्रा... Hindi · कविता 4 349 Share Pooja Singh 16 Jun 2023 · 1 min read गुरुदेव आपका अभिनन्दन वंदन है! वंदन है, गुरु चरणों में वंदन है। जिनके चरण कमल की सेवा, अपनी भक्ति का सम्बल है।। १।। दान, दया और त्याग तपस्या, जिनके व्यक्तित्व का आभूषण। सहनशीलता... Hindi · कविता 3 439 Share Pooja Singh 16 May 2023 · 1 min read विनती सुन लो हे ! राधे वृन्दावन की प्यारी रानी, करुणामयी वृषभानु सुता l कृष्णा के चरणों में जागे प्रीती ज्ञान की ऐसी ज्योति जगा ll १ ll अनर्थ का ऐसा पहाड़ ह्रदय में, लेश मात्र... Hindi · कविता 3 2 302 Share Pooja Singh 14 Apr 2023 · 2 min read मायापुर यात्रा की झलक हे हे नित्यानंद प्रभु ! कैसी तुमने कृपा करी।। इस पापी कपटी अशांत ह्रदय पे। दया की ऐसी बौछार करी।। १।। ऐसे पुण्य कहाँ थे अपने , मायापुर में पग... Hindi · कविता 6 2 560 Share Pooja Singh 31 Mar 2023 · 1 min read मैं और मेरा माया तेरी संसार भी तेरा , हमने मिथ्या भ्रम क्यों पाला l अहंकार में चूर पड़े थे, मै और मेरा में फसे हुए थे ll शून्य तुल्य भी अस्तित्व न... Hindi · कविता 7 1 521 Share Pooja Singh 19 Jan 2023 · 1 min read हे माधव हे गोविन्द हे माधव हे गोविन्द , हम इतने अभागे इतने दीन। प्रतिदिन तेरा सुमिरन करते , फिर भी भक्ति से हैं हीन।। हे माधव हे गोविन्द।। 2।। तेरी कथा का पान... Hindi · कविता 4 6 758 Share Pooja Singh 16 Nov 2022 · 1 min read आखिरी शब्द माँ मेरा जुर्म क्या है ? कि मै एक लड़की हूँ l माँ मेरा कसूर क्या है? क्यों मै इस धरती पे आयी हूँ? समझ नहीं आता , क्यों इतनी... Hindi · कविता 2 567 Share Pooja Singh 2 Nov 2022 · 1 min read दामोदर लीला सत चित आनंद नन्द किशोर, नमन है तुमको माखन चोर l गोकुल के वासी नन्द किशोर , भागे देखो मटकी फोड़ ll चराचर ब्रह्माण्ड के हैं जो स्वामी, वो कैसे... Hindi · कविता 3 528 Share Pooja Singh 26 Sep 2022 · 1 min read जय माता की तीन गुणों के हम आधीन , हम हैं माता कितने दीन l होकर माया के आधीन , भोग विलास में हो गए लीन ll ज्ञान हमे ऐसा मिल जाये, हो... Hindi · Hindi Poem 3 4 474 Share Pooja Singh 5 Aug 2022 · 1 min read गीता की महत्ता गीता का उपदेश दिया , कृष्णा ने युद्ध स्थान में | अर्जुन का उद्धार हुआ समर क्षेत्र के घेरे में || दे सकते थे गीता ज्ञान , अन्य काल या... Hindi · Hindi Poem 5 8 655 Share Pooja Singh 2 Jul 2022 · 1 min read कर्म का मर्म लोभ मोह मद और क्रोध में हैं हम सब कैसे फसे हुए l मेरा तेरा और तेरा मेरा के नाग पाश में फसे हुए l l रक्त मांस से बने... Hindi · कविता 8 9 666 Share Pooja Singh 14 Dec 2021 · 1 min read दिव्य काशी "बम बम भोले की ये नगरी अनंत अटल अविनाशी काशी l देखो कैसे चमक रही है , बाबा विश्वनाथ की काशी l l सदियों से जिसकी दीवारें , जीर्णोद्धार माँग... Hindi · कविता 6 6 947 Share Pooja Singh 5 Jul 2021 · 7 min read रोता बुढ़ापा कुछ वर्ष पूर्व की बात है | उत्तरप्रदेश के मुरादाबाद जिले में एक मध्यम वर्गीय परिवार रहता था l उस परिवार के मुखिया का नाम कैलाश प्रकाश था | वो... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 11 17 965 Share Pooja Singh 23 Jan 2021 · 1 min read नेता जी आज़ादी किसने दिलवाई! ये हमको कौन बताएगा ? किताबों में असल पढ़ा या झूठ पढ़ा ! ये हमको कौन बताएगा ? गोले बारूदों से गोरे कांपे या चरखों से थे... Hindi · कविता 4 438 Share Pooja Singh 28 Dec 2020 · 1 min read कोरोना एक सीख अमर कोई नही इसका हमको पूरा ज्ञान था l पर हाँ अपनी हर एक बात पे हमको गुमान था l बंगला,गाड़ी ,जहाज से कम में हम कहाँ संतुष्ट थे ?... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 40 817 Share Pooja Singh 16 Nov 2020 · 1 min read गरीबी एक महामारी भूख भी एक महामारी , और गरीबी एक लाचारी न ये देखे पैर के छाले , न बेबस कदमो की लाचारी l कहने को ये नयी बीमारी , पर गरीबी... Hindi · कविता 2 508 Share Pooja Singh 16 Nov 2020 · 1 min read सोशल मीडिया एक ड्रग आज देश में ड्रग्स पे चर्चा है , मीडिया सोशल मीडिया सबका दिमाग भड़का है l तो क्या ड्रग्स केवल केवल खाके चढ़ती है , नहीं ड्रग्स देख के भी... Hindi · कविता 2 1 621 Share Pooja Singh 30 Jan 2020 · 1 min read धरना या षणयंत्र "कवितायेँ तो बहुत लिखी हैं , पाकिस्तानी नीयत पर ! आज जरा दो पंक्ति सुना दूँ , घर के कुछ गद्दारों पर ! सविंधान की पुस्तक लेके , जो तुम... Hindi · कविता 1 1 507 Share Pooja Singh 17 Nov 2019 · 1 min read परिंदा भटक गया हूँ राहों में ,खो गया हूँ दुनिया में , बैठा अकेला सोच रहा हूँ ,क्यों हुआ अकेला अपनों में !! पंख दिया मुझे ईश्वर ने ,चाहु न कहाँ... Hindi · कविता 877 Share Pooja Singh 2 Nov 2019 · 1 min read संघर्ष "संघर्ष कितना भी कठिन हो , परिणाम कितना भी कुटिल हो ! दुःख और संताप से जीवन भरा हो , या संघर्षरत मन मूर्छित सा पड़ा हो ! भाग्य को... Hindi · कविता 2 643 Share Page 1 Next