पीयूष प्रकाश मुसाफ़िर 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पीयूष प्रकाश मुसाफ़िर 9 Jul 2022 · 1 min read तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे मैं एक शाम चुरा लूँ अगर बुरा न लगे तुम्हारे बस में अगर हो तो भूल जाओ मुझे तुम्हें भुलाने में शायद मुझे... Hindi 4 1 204 Share पीयूष प्रकाश मुसाफ़िर 5 Jul 2022 · 1 min read हँसने नहीं देता कभी रोने नहीं देता हँसने नहीं देता कभी रोने नहीं देता ये दिल तो कोई काम भी होने नहीं देता तुम माँग रहे हो मिरे दिल से मिरी ख़्वाहिश बच्चा तो कभी अपने खिलौने... Hindi 2 116 Share पीयूष प्रकाश मुसाफ़िर 2 Jul 2022 · 1 min read हर एक बात को चुप-चाप क्यूँ सुना जाए हर एक बात को चुप-चाप क्यूँ सुना जाए कभी तो हौसला कर के नहीं कहा जाए तुम्हारा घर भी इसी शहर के हिसार में है लगी है आग कहाँ क्यूँ... Hindi 2 107 Share पीयूष प्रकाश मुसाफ़िर 16 Jun 2022 · 1 min read एक तस्वीर कि अव्वल नहीं देखी जाती एक तस्वीर कि अव्वल नहीं देखी जाती देख भी लूँ तो मुसलसल नहीं देखी जाती देखी जाती है मोहब्बत में हर इक जुम्बिश-ए-दिल सिर्फ़ साँसों की रिहर्सल नहीं देखी जाती... Hindi 1 184 Share पीयूष प्रकाश मुसाफ़िर 25 May 2022 · 1 min read आ प्रेम का हुनर सिखाऊँ तुझे। आ नफरत के दौर में प्रेम का हुनर सिखाऊं तुझे। आ समंदर के मौजों की रवानी दिखाऊं तुझे। आ बैठ मेरे करीब जरा और चाँद का दीदार कर। मेरी मुफलिसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 129 Share पीयूष प्रकाश मुसाफ़िर 16 May 2022 · 1 min read आ,प्रेम का हुनर सिखाऊँ तुझे। आ नफरत के दौर में प्रेम का हुनर सिखाऊं तुझे। आ समंदर के मौजों की रवानी दिखाऊं तुझे। आ बैठ मेरे करीब जरा और चाँद का दीदार कर। मेरी मुफलिसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 237 Share पीयूष प्रकाश मुसाफ़िर 16 May 2022 · 1 min read अंतिम मुलाकात कर लेते हैं। सुनो न, चलो एक हसीन मुलाकात कर लेते हैं, जो दिल में दबी बातें हैं मेरे, वो एक रात इज़हार कर लेते हैं, बेशक तुम ठुकरा देना मुझे, पर एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 282 Share