Pankaj Sharma Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Pankaj Sharma 10 Dec 2016 · 1 min read "मेरी डायरी से" पगली कहती थी, मुझे शायरी पसन्द है, मैं भी कम्बख़्त, कहाँ उसकी बातों में आ गया, सोचा! ग़र इन्हें शायरी पसन्द है तो, शायर भी पसन्द होंगे, बस, यही सोचकर... Hindi · कविता 874 Share Pankaj Sharma 1 Dec 2016 · 1 min read "मेरी डायरी से" , सुनती हो! देखता हूँ मैं अक्सर, तुम्हारे पास भी कुछ, ग़म की दो-चार बोतले रखी रहती हैं, सिरहाने पर, हमेशा भरी हुई, कभी दो-चार पैग बना लिया करो। पीते... Hindi · कविता 226 Share