पंकज प्रियम Language: Hindi 32 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पंकज प्रियम 13 Aug 2023 · 1 min read भारत की पुकार भारत की पुकार जहाँ-जहाँ पे होगी खुदाई, वहीं पे मन्दिर निकलेगा। मुगलों ने कुकर्म किया जो, राज वो सारा खोलेगा।। गौरी, गजनी और बाबर ने जमकर भारत लूटा था, आतंकी... Hindi · कविता · देशभक्ति गीत 1 116 Share पंकज प्रियम 18 Jun 2023 · 1 min read राम नाम प्रभु राम मर्यादा पुरुषोत्तम, सीता स्वयं पुनीता है। रामकथा प्रासंगिक हर युग, हर संवाद ही गीता है। आदिपुरुष में रामायण का चीर हरण करने वालों- भारतभूमि का तो कण-कण, राम... Hindi · कविता 466 Share पंकज प्रियम 11 Jun 2023 · 1 min read तवायफ़ की पुकार तवायफ़ की पुकार मासूमों का देख बलात्कार तवायफें भी सिसक पड़ी है आ जाओ बहशी दरिंदो! तुम्हारे लिए मुफ्त में खड़ी हैं। चीख चीख कर रही पुकार बच्चों पे क्यों... Poetry Writing Challenge 68 Share पंकज प्रियम 11 Jun 2023 · 1 min read आदमखोर आदमखोर अब नहीं रहा जंगल घनघोर शहर में आ गए आदमखोर। जंगलवाले खून के प्यासे थे शहरवाले हैं जिंदा मांसखोर। वो आदमी मारकर खाते थे अब औरत के हैं जिस्मखोर।... Poetry Writing Challenge 63 Share पंकज प्रियम 15 Jul 2021 · 3 min read बंश बेल सुनीता का मन आज दहाड़ मार कर रोने को कर रहा था लेकिन किसके कांधे पर सर रखकर रोती? उसके आंसू आज कौन पोंछता ? सुनीता ने खुद ही तो... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 4 387 Share पंकज प्रियम 15 Jul 2021 · 3 min read ब्रेकिंग न्यूज़:धर्म का दुष्कर्म "हेलो! सर, हमारे यहां एक 8 साल की बच्ची का रेप हो गया।और लड़की की हत्या भी कर दी गई है। खबर ब्रेक कर दीजिए।थोड़ी देर में पूरी खबर भेजता... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 1 2 298 Share पंकज प्रियम 15 Jul 2021 · 3 min read बेटी "प्लीज! अपनी दो छोटी छोटी बेटियों को लेकर इतनी रात कहाँ जाऊंगी?" रोहिणी अपने घरवालों के समक्ष गिड़गिड़ा रही थी। "जहां जाना है जाकर मरो!" हमें इससे क्या? उसकी सास... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 1 1 384 Share पंकज प्रियम 15 Jul 2021 · 4 min read बड़ी ख़बर मुरारी के घर आज दावत थी। पूरे गांव को न्यौता भेजा था। पूरे गांव में चर्चा का विषय बना था कि आखिर मुरारी को आज कौन सी लॉटरी लग गयी... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 1 1 355 Share पंकज प्रियम 15 Jul 2021 · 8 min read पीरियड्स:द रेड ब्लड स्टोरी  आज रीना बहुत खुश थी,अब उन दिनों शर्मिंदगी महसूस नही होगी। आज उसके स्कूल में एक मशीन लग गयी है। जिसमे महज 5 रुपये का सिक्का डाल कर खुद... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 2 439 Share पंकज प्रियम 17 Oct 2019 · 1 min read क्यूँ देखे तू चँदा क्यूँ देखे तू चँदा ग़ज़ल क्यूँ देखे तू चँदा, खुद चेहरा तेरा चाँद सा, क्यूँ देखूँ मैं चँदा, जब प्यारा मेरा चाँद सा। चाहत होगा चकोर का, क्या होगा भोर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 282 Share पंकज प्रियम 6 Oct 2019 · 1 min read जगत जननी माँ सती चण्डी जगत जननी, महादेवी उमा गौरी, भवानी मात जगदम्बा, महाकाली महागौरी। भरो माँ रंग जीवन में, प्रियम की चाह है इतनी- तुम्हारा हाथ हो सर पे, सदा आशीष... Hindi · मुक्तक 2 2 253 Share पंकज प्रियम 21 Jul 2019 · 1 min read गोल्डन गर्ल हिमा vs साक्षी साक्षी vs हिमा अरे देखो जरा साक्षी, किया जो काम हिमा ने, बढ़ाया मान भारत का, पिता का नाम हिमा ने। महज उन्नीस वर्षो में, लिया है पाँच गोल्ड मैडल-... Hindi · कविता 2 303 Share पंकज प्रियम 17 Jul 2019 · 1 min read बरखा अभिनंदन सावन सावन सी इस झड़ी से है तुम्हारा अभिनन्दन प्रिये! खिलती कलियों की लड़ी से है तुम्हारा अभिनन्दन प्रिये! बहकते मस्त बहारो में, सुलगते बदन के शोलो में, पुरबा की... Hindi · कविता 280 Share पंकज प्रियम 13 Jul 2019 · 1 min read नही यह प्यार कहलाता नहीं ये प्यार है साक्षी करे नीलाम जो इज्ज़त, नहीं व्यवहार वो अच्छा, तमाशा जो बने चाहत, नहीं है प्यार वो अच्छा। बहे माँ-बाप के आँसू, अगर औलाद के कारण-... Hindi · कविता 2 289 Share पंकज प्रियम 8 Jul 2019 · 2 min read बरसात शीर्षक-बरसात मुक्तक माला विधाता छंद 1222 1222, 1222 1222 1 धरा की देख बैचेनी,.....पवन सौगात ले लाया तपी थी धूप में धरती,.. गगन बरसात ले आया। घटा घनघोर है छाई,....लगे... Hindi · कविता 1 385 Share पंकज प्रियम 8 Jul 2019 · 1 min read मुहब्बत की तिज़ारत दौलत और मुहब्ब्त किसी का दिल नहीं तौलो, कभी धन और दौलत में, नहीं औकात सिक्कों में.....खरीदे दिल तिजारत में। नहीं बाज़ार में मिलता, ...नहीं दिल खेत में उगता-- समर्पण... Hindi · कविता 2 327 Share पंकज प्रियम 12 Apr 2019 · 1 min read चुनावी जाल चुनावी जाल सियासी खेल के हर शख्स का राज़ मैं लिख दूँ बदलते देश के हालात पर अल्फ़ाज़ मैं लिख दूँ। कभी आया नहीं बरसों, कभी ना हाल ही पूछा,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 393 Share पंकज प्रियम 8 Nov 2018 · 1 min read श्री राम के नाम राम के नाम मन्दिर मामला सुप्रीम कोर्ट में श्रीराम बसेंगे अब एयरपोर्ट में। फिर अयोध्या बना फैज़ाबाद राम का घर कब होगा आबाद? पूछ रही फिर सरयू की धार कब... Hindi · कविता 3 1 277 Share पंकज प्रियम 8 Nov 2018 · 1 min read अमावस की रात अमावस की रात बताओ ऐ कवि! तूने पूनम की रात पर बहुत लिखा चाँदनी और चाँद पर तो खूब लिखा पर कभी क्या अमावस पर लिखा? कहोगे! आखिर क्या खास... Hindi · कविता 2 2 837 Share पंकज प्रियम 8 Nov 2018 · 1 min read शुभ दीवाली होगी शुभ दीवाली होगी मन का तिमिर जब मिट जाएगा तन का भेद जब सिमट जाएगा प्रस्फुटित होगा जब ज्ञान प्रकाश अमावस में भी चमकेगा आकाश घर घर में जब खुशहाली... Hindi · कविता 2 2 463 Share पंकज प्रियम 1 Nov 2018 · 1 min read बिगड़ता अंदाज़ बिगड़ता अंदाज हूँ माना कि बदलते दौर का बिगड़ता अंदाज हूँ लेकिन तेरे कदमों से ही तो बढ़ता मैं आज हूँ। नए दौर की नई बातें, तुमको ही लगती प्यारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 386 Share पंकज प्रियम 1 Nov 2018 · 2 min read एक दूजे के लिए एक दूजे के लिए जाने उसमें ऐसी क्या कशिश थी?न चाहते हुए भी मेरी नजरें उसकी ओर चली जाती थी। क्लास में काफी दिनों तक हम दोनों दो किनारों पर... Hindi · कहानी 3 1 281 Share पंकज प्रियम 1 Nov 2018 · 1 min read स्पंदन मुक्तक स्पंदन है तो तनमन है, उसी से बंध जीवन है गति जो मंद पड़ जाए,समझ लो बंद जीवन है अगर थकहार भी जाओ,कभी तुम हार ना मानो समय के... Hindi · मुक्तक 2 299 Share पंकज प्रियम 1 Nov 2018 · 1 min read सम्भालो मुझे बसा लो मुझे अपने दिल से न ऐसे तो निकालो मुझे गैरों पे नहीं भरोसा,तुम्हीं सम्भालो मुझे। मैं तुम्हारा मुकद्दर हूँ दिल से ही पूछ लें इस तरह बारबार,इश्क़ में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 435 Share पंकज प्रियम 1 Nov 2018 · 1 min read वो माँ है छोटी-छोटी बातों का रखती जो ध्यान मोटी-मोटी बातों से रहती जो अनजान नीचे धरती पे देखा जो इक भगवान वो माँ है..वो माँ है..हाँ वो ही तो माँ है। वो... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 54 894 Share पंकज प्रियम 4 Oct 2018 · 1 min read धारा 497 दोहे-कोर्ट का फैसला। निर्णय कैसा कर दिया,लेकर के संज्ञान। इक झटके में हर लिया,तूने सबके प्राण।। रिश्ते नाते बह गए,यौन तृप्ति आधार। आदिम युग को ला रहे,अब कैसा परिवार।। न्यायालय... Hindi · दोहा 280 Share पंकज प्रियम 28 Sep 2018 · 1 min read सरकार सरकार कागज़ी जो घोड़ा दौड़ाए हाथी को भी हवा उड़ाए घोषणाओं की भरमार है समझ लो यही सरकार है। मंत्री,सन्तरी नेता अफ़सर जनता को लगवाते चक्कर उनके हितों की दरकार... Hindi · कविता 2 1 556 Share पंकज प्रियम 28 Sep 2018 · 1 min read हिचकी हिचकी करो ना याद तुम इतना,मुझे हिचकी सताएगी करूँ जो याद मैं तुझको,तुझे हिचकी रुलाएगी। हमारी हिचकियों में ही,कहीं ना जा निकल जाए मुझे धड़कन बना लो तुम,कभी हिचकी न... Hindi · मुक्तक 580 Share पंकज प्रियम 5 Aug 2018 · 1 min read तेरा इश्क़ ये तेरा इश्क़ कैसा है? जो मुहब्बत की नुमाईश हो,उसे चाहत समझते हो। मेरी आंखों में देखो तो,तुम पलकों में रहते हो। ये तेरा इश्क़ कैसा है ये मेरा इश्क़... Hindi · मुक्तक 389 Share पंकज प्रियम 20 Apr 2018 · 1 min read किस राह चलूँ किस राह चलूँ? क्या भूलूँ और मैं क्या याद करूँ किसको छोड़ूं,किसके साथ चलूँ? कौन अपना ,कौन पराया है यहां किसकी मानूँ किसपे एतबार करूँ? खबरों की भी सही खबर... Hindi · मुक्तक 307 Share पंकज प्रियम 3 Apr 2018 · 1 min read आरक्षण आरक्षण ************* पहन के चश्मा रेबन मंहगी बुलेट सवारी सजी स्वर्ण आभूषण। और उफ्फ! ये फैशन फिर करती बुलंद नारे दे दो हमें तुम आरक्षण। उनके लिए था आरक्षण जो... Hindi · कविता 398 Share पंकज प्रियम 20 Mar 2018 · 1 min read नहीं मरता कवि दिवंगत कवि केदारनाथ सिंह की स्मृति में उनकी प्रमुख कृतियों को दर्शाती मेरी कविता। ??सादर श्रद्धाजंलि?? नहीं मरेंगे कभी ************* गुजर गए,बड़े कवि "अभी बिल्कुल अभी" देखो उनकी याद में... Hindi · कविता 254 Share