Pankaj Kushwaha 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Pankaj Kushwaha 31 May 2024 · 1 min read अधिकतर ये जो शिकायत करने व दुःख सुनाने वाला मन होता है यह श अधिकतर ये जो शिकायत करने व दुःख सुनाने वाला मन होता है यह शिकायत कर खुद को पाक-साफ समझता है और दुःख सुनाकर लोगों से सहानुभूति व सहायता पाना चाहता... Quote Writer 30 Share Pankaj Kushwaha 31 May 2024 · 1 min read एक स्त्री चाहे वह किसी की सास हो सहेली हो जेठानी हो देवरानी एक स्त्री चाहे वह किसी की सास हो सहेली हो जेठानी हो देवरानी हों ननद हो व अन्य रिश्ते जुड़े हों अगर वह खुद को नहीं जानतीं तो वो ख़ाक... Quote Writer 33 Share Pankaj Kushwaha 30 May 2024 · 1 min read अगर पात्रता सिद्ध कर स्त्री पुरुष को मां बाप बनना हो तो कितन अगर पात्रता सिद्ध कर स्त्री पुरुष को मां बाप बनना हो तो कितने सारे पति-पत्नी मां बाप ही नहीं बन पाते Quote Writer 2 39 Share Pankaj Kushwaha 30 May 2024 · 1 min read अगर हमारा सुख शान्ति का आधार पदार्थगत है अगर हमारा सुख शान्ति का आधार पदार्थगत है तो हम हमेशा अशांत ही रहेंगे Quote Writer 1 37 Share