पण्डित धीरेन्द्र त्रिपाठी Tag: दोहा 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid पण्डित धीरेन्द्र त्रिपाठी 21 Sep 2018 · 1 min read नयन कटीली कमिनी। नयन कटीली कामिनी ,बड़े रसीले होंठ। जो देखे बेसुध होय, मन मा जागे खोट।। नयन कटीली कामिनी , कटि को कारो रंग। प्रेम सबन से करत है , बैर ब्राम्हणों... Hindi · दोहा 2 1 343 Share