Sushil Pandey Tag: कविता 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sushil Pandey 6 Sep 2019 · 1 min read गुरु गुरु ज्ञान है,प्रकाश है,ज्योति है, गुरु नैतिकता के धागो में पिरोया हुआ मोती है, गुरु वायु है, अम्बर है, अवनी है, शेष है,. गुरु ब्रह्मा है,विष्णु है, महेश है, गुरु... Hindi · कविता 3 1 579 Share Sushil Pandey 29 May 2019 · 3 min read वीर अभिमन्यु जब कुरुक्षेत्र की समरभूमि में सर शैय्या पर भीष्म हुए , तब कुरु कलंक के नैनो में क्रोधाग्नि लगी और ग्रीष्म हुए , गुरुदेव बनेगे सेनापति यह चाल चली थी... Hindi · कविता 6 2 5k Share Sushil Pandey 29 May 2019 · 1 min read फौजी का पत्र एक वतन के रखवाले ने सबको आज सलाम लिखा है. सरहद पे आने से पहले पत्र वतन के नाम लिखा है. प्रथम चरण वंदन कर पितु का जाने का आदेश... Hindi · कविता 577 Share Sushil Pandey 29 May 2019 · 1 min read कुत्तों की सभा कुत्तों की सभा थी,सभी कुत्ते मौन थे,क्या आप जानते है ? ये कुत्ते कौन थे ? ये कुछ पढ़े लिखे कुत्ते थे । सब के सब बी.ए. पास थे ,... Hindi · कविता 1 708 Share Sushil Pandey 29 May 2019 · 1 min read हनुमान वंदना यदि जीवन का पथ बाधित हो , ताम घोष दिखाई देता हो यदि सब विभाज्य हो गए, नहीं कुछ शेष दिखाई देता हो यदि अंतर्मन से चिर निद्रा में, देश... Hindi · कविता 612 Share