Poonam Panchal Tag: कविता 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Poonam Panchal 12 Nov 2018 · 1 min read जीवन के बहते सागर में जीवन के बहते सागर में , करुणा लहर बहती है । ये कल-कल की ध्वनि देखों , कुछ विस्मृत बातें कहती है ।। फुलों की फुलवारी में , एक भरम्र... Hindi · कविता 1 305 Share Poonam Panchal 12 Nov 2018 · 1 min read सोच सोच बड़ी और गुफ़ा-सी गहरी है मेरी यूँ कहिये ज्यादा सोचने से सुनहरी है मेरी ऐब की कमी नहीं फिर भी बढ़ रहे हैं ये बेबाक ख़ामियाँ ही प्रहरी है... Hindi · कविता 1 228 Share Poonam Panchal 12 Nov 2018 · 2 min read अजन्मी बेटी शब्दों रूपी अँगारों में खौल रही हूँ माँ मैं तेरी अजन्मी बेटी बोल रही हूँ ।। माँ ऐसी क्या मजबूरी जो तू मुझको मार रही है मेरे अरमानों की माला... Hindi · कविता 1 285 Share