Om Prakash Nautiyal Tag: कविता 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Om Prakash Nautiyal 12 Feb 2019 · 1 min read वृक्ष यह अशोक के - विनीत निर्मलांगी संत तुल्य वानगी हर ऋतु में एक सा रूप तरो ताजगी नभ इंगित कर रहे शीर्ष शर अमोघ से वृक्ष यह अशोक के - अश्रु देख मात... Hindi · कविता 283 Share Om Prakash Nautiyal 15 Jan 2019 · 1 min read काठ का है जी-ओंम प्रकाश नौटियाल हम तो आम जनता हैं शरीर काठ का है जी दर्द तनिक नहीं होता गुजरती ठाठ से है जी -1- उन्हें सुरक्षा चाहिए जिनका सदन सोने का नींद उनकी उडती... Hindi · कविता 1 235 Share Om Prakash Nautiyal 10 Nov 2018 · 1 min read झूम झूम निर्भय जलना सदियों यह अँगना दीप्त रहा तम पी पी दीया तृप्त रहा थी दीप चाह केवल प्रकाश ज्योत पर सदा आसक्त रहा किरण किरण झरता झरना झूम झूम निर्भय जलना -... Hindi · कविता 3 2 454 Share Om Prakash Nautiyal 7 Nov 2018 · 1 min read माँ - चंद दोहे -1- पाया माँ की गोद में, ममता का संसार बडे चैन से सो गया, बचपन पाँव पसार -2- देखे सपना नींद में, अधर खिली मुस्कान बच्चे के आनंद में ,... Hindi · कविता 490 Share Om Prakash Nautiyal 7 Nov 2018 · 1 min read एक दीप प्यार का प्रकाश प्रसरित करे रंग जीवन में भरे समा है बहार का एक दीप प्यार का तम से संघर्ष को चाक से माटी गढ़े दीप को आधार दे पाठ सृजन का... Hindi · कविता 410 Share Om Prakash Nautiyal 6 Nov 2018 · 1 min read तेरा गगन मेरा गगन कितना उदास आज है तेरा गगन मेरा गगन खग से भी वीरान है तेरा गगन मेरा गगन नीरवता के शोर में है मन अजब बेचैन सा सिसकी की भेंट चढ़... Hindi · कविता 2 563 Share